कहलगांव.
अनुमंडल के उत्तरवाहिनी गंगा तट स्थित अति प्राचीन बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी डॉ शंकर कुमार झा ने कहा कि इस कल भाद्रपद पूर्णिमा को लगने वाले चंद्रग्रहण के कारण बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर का पट रविवार मध्याह्न काल एक बजे बंद हो जाएगा. चंद्रग्रहण का सूतक स्पर्श काल से नौ घंटे पूर्व लग जाता है. चंद्रग्रहण का स्पर्श रात्रि 09:58 में तथा मोक्ष रात्रि 01:25 पर होगा. सनातनी धर्म शास्त्रों के अनुसार सूतक काल के दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना बंद कर देनी चाहिए एवं पवित्र नदियों में जाकर अपने इष्ट का मंत्र जप, गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ अन्यान्य जप तथा पिण्डदानादि कार्य करना चाहिए. ग्रहण सूतक काल में उपरोक्त कर्म करने पर सहस्र गुणा फल प्राप्त होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

