टीएमबीयू में गलत जाति प्रमाण पत्र पर अतिथि शिक्षक के चयन का मामला प्रकाश में आया है. डॉ राजीव कुमार साह ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन ने गलत जाति सर्टिफिकेट के आधार पर चयन किया. इसे लेकर कई बार विवि में लिखित शिकायत की गयी, लेकिन विवि प्रशासन की तरफ से सुनवाई नहीं की गयी. आरोप लगाया कि अमुख अतिथि शिक्षक ने पूर्णिया विवि में जनरल कैटेगरी में अप्लाई किया है. ऐसे में सवाल उठने लगा कि एक शिक्षक का दो जाति प्रमाण पत्र कैसे हो सकता है. इस बाबत मामले में लिखित शिकायत लोकभव, मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा विभाग, कुलपति व रजिस्ट्रार से की है. डॉ राजीव कुमार साह ने आवेदन के जरिये आरोप लगाया कि समाजशास्त्र विषय में एक महिला अभ्यर्थी को गलत तरह से चयनित किया गया है. महिला का चयन जनरल कोटि में होना था, लेकिन उसने फर्जी जाति सर्टिफिकेट का उपयोग कर तथ्य छिपाने का काम किया. मामले की शिकायत कुलपति से 21 अगस्त 2025, चार सितंबर 2025 एवं 17 नवंबर 2025 को की है. सिंडिकेट की बैठक में भी अमुख अतिथि शिक्षक गलत सर्टिफिकेट का मामला एक सदस्य ने उठाया था. इस बाबत रजिस्ट्रार ने मामले में एमएएम कॉलेज नवगछिया में सेवा दे रहे अतिथि शिक्षक को पत्र भेजकर नवीनतम जाति प्रमाण पत्र एवं सक्षम प्राधिकार से निर्गत नॉन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने के लिए कहा था. कहा कि पत्र का जवाब नहीं मिला. टीएमबीयू प्रशासन ने अमुख अतिथि शिक्षक की सेवा विस्तार का नोटिफिकेशन जारी कर दिया. हालांकि, इस बीच लोकभवन से भी मामले में हस्तक्षेप की मांग की गयी. मामले में लोकभवन ने संज्ञान लिया. आरोप लगाया कि विवि प्रशासन से मिली भगत कर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.
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