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फर्जी डिग्री मामला: नाराज छात्रों ने तोमर पर फेंके अंडे व टमाटर, हमले की भी हुई कोशिश

मुंगेर/भागलपुर: फर्जी डिग्री के आरोप में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को भागलपुर में तिलका मांझी विवि के छात्रों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. नाराज छात्रों ने शुक्रवार को तोमर पर अंडे और टमाटर फेंके. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तोमर पर हमला करने की कोशिश भी की, लेकिन […]

मुंगेर/भागलपुर: फर्जी डिग्री के आरोप में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को भागलपुर में तिलका मांझी विवि के छात्रों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. नाराज छात्रों ने शुक्रवार को तोमर पर अंडे और टमाटर फेंके. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तोमर पर हमला करने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने हमलों की कोशिश को नाकाम कर दिया. छात्रों का आरोप था कि तोमर ने विवि को बदनाम करने की कोशिश है. इस बीच, दिल्ली पुलिस तोमर को भागलपुर लेकर पहुंची है. इससे पहले तोमर को दिल्ली पुलिस मुंगेर ले गई थी. विश्वनाथ सिंह विधि संस्थान में दिल्ली पुलिस की पूछताछ में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. वह खुद परीक्षा देने आते थे.

वहीं, इस मामले में जांच करने मुंगेर पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम ने करीब तीन घंटे तक कॉलेज के प्रिंसिपल आरके मिश्र से पूछताछ की. इसके साथ ही पुलिस ने नामांकन रजिस्टर सहित अन्य दस्तावेजों की कॉपी साथ लेकर गई. विश्वनाथ सिंह विधि संस्थान में जांच के दौरान पुलिस तोमर से जुड़े दस्तावेजों की फोटो कॉपी अपने साथ ले गई है. उधर, कड़ी सुरक्षा के चलते लॉ कॉलेज को छावनी बना दिया गया है. मुंगेर पहुंचते ही तोमर की तिबयत खराब हो गई. सदर अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें मुंगेर के विश्वनाथ सिंह लॉ कॉलेज ले जाया गया.

इससे पहले फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस शुक्र वार को 10 बजे तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय पहुंची जिसके बाद उन्हें मुंगेर ले जाया गया. उनको भागलपुर ले जाने की सूचना गुरु वार दोपहर करीब दो बजे हौज खास थाना के इंस्पेक्टर आनंद स्वरूप ने विवि के कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ मणिंद्र कुमार सिंह को मोबाइल पर दी. आनंद स्वरूप ने दो बार कॉल किया. पहले नौ बजे आने की बात कही और दूसरी बार 10 बजे पहुंचने की सूचना दी. आनंद स्वरूप ने विवि के उन अधिकारियों व कर्मचारियों को शुक्र वार को उपस्थित रखने का अनुरोध किया, जो डिग्री मामले से संबंधित जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं.

कॉलेज इंस्पेक्टर ने प्रतिकुलपति को दी सूचना

गुरु वार को प्रतिकुलपति प्रो एके राय से पत्रकारों की हो रही वार्ता के दौरान कॉलेज इंस्पेक्टर ने उक्त सूचना प्रतिकुलपति को दी. दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर रखी है ताकि दिल्ली पुलिस को जांच में सहयोग करने में कोई परेशानी न हो. ज्ञात हो कि दिल्ली हाइकोर्ट में दर्ज मामले को लेकर कोर्ट ने टीएमबीयू को तोमर का प्रोविजनल सिर्टिफकेट सत्यापन के लिए भेजा था. सत्यापन के दौरान पता चला कि तोमर के सिर्टिफकेट का जो सीरियल नंबर है, उस नंबर का सिर्टिफकेट विश्वविद्यालय ने संजय कुमार चौधरी के नाम से जारी किया था. लिहाजा विश्वविद्यालय ने यह कहते हुए कोर्ट को रिपोर्ट समिर्पत कर दिया कि तोमर के भेजे गये प्रोविजनल सिर्टिफकेट का अिस्तत्व टीएमबीयू में नहीं है.

विवि में जमे रहे पत्रकार

तोमर को लाने की सूचना मिलने के कारण सुबह से ही विश्वविद्यालय परिसर में पत्नकार जमे रहे. टीवी चैनल व अखबार के पत्नकार व कैमरामैन इंतजार करते रहे. इनमें बाहर के भी कई पत्नकार शामिल थे. दोपहर को जब यह सूचना आयी कि तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस शुक्र वार को आयेगी, फिर सभी पत्नकार चले गये.

परीक्षा विभाग रहा अलर्ट

बुधवार से ही यह सूचना फैल गयी थी कि तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस गुरु वार को विश्वविद्यालय पहुंच जायेगी. इस कारण विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग पूरी तरह सतर्क था. परीक्षा विभाग का गेट बंद कर दिया गया था. किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही थी.

इनोवा से लाये गये तोमर
तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस की 25 सदस्यीय टीम बिहार पहुंची. इसमें से एक टीम दिल्ली पुलिस के तीन सदस्यों के साथ मुंगेर, तो दो टीम इनोवा गाड़ी से उसे लेकर भागलपुर चली आयी. इसका नेतृत्व एएसपी खुद कर रहे थे. हालांकि तोमर को भागलपुर लेकर आने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी.

तोमर के मामा बतौर बीडीओ मुंगेर में रह चुके है पदस्थापित

जितेंद्र सिंह तोमर का मुंगेर से जुड़ाव अपने मामा के जरिए हुआ था. जानकारी के मुताबिक मुंगेर के ही एक व्यक्ति ने तोमर के लिए प्रमाण पत्र का जुगाड़ किया था. कॉलेज प्रशासन जहां तोमर के नामांकन की बात को सही ठहरा रहा है वही भागलपुर विवि ने तोमर की डिग्री को फर्जी करार दिया है. वर्ष 2000 में में तोमर के मामा श्याम सिंह बतौर बीडीओ मुंगेर में पदस्थापित थे. हालांकि अब वे सेवानिवृत हो चुके हैं. इसी दौरान तोमर का मुंगेर से कनेक्शन हुआ.

दिल्ली के बाद अब मुंगेर व भागलपुर में बढ़ी बेचैनी

जांच शुरू होते ही फर्जी डिग्री मामले में मुंगेर से लेकर भागलपुर तक के डिग्री माफियाओं में बेचैनी बढ़ गई है. जानकारी के मुताबिक फर्जी डिग्री के इस मामले में जांच के आगे बढने के साथ ही कई और खुलासे संभव है.

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