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सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत से छाया रजंदीपुर गांव में मातम
सबौर : सड़क दुर्घटना में हुई रजंदीपुर के दो युवक की मौत व तीन के घायल होने से पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया. हर तरफ चर्चा का बाजार गर्म रहा और हर आने जाने वाले लोगों के बीच सिर्फ हादसा और मरने की चर्चा दिन भर होती रही. जीरोमाइल थाना क्षेत्र के […]
सबौर : सड़क दुर्घटना में हुई रजंदीपुर के दो युवक की मौत व तीन के घायल होने से पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया. हर तरफ चर्चा का बाजार गर्म रहा और हर आने जाने वाले लोगों के बीच सिर्फ हादसा और मरने की चर्चा दिन भर होती रही. जीरोमाइल थाना क्षेत्र के ज्योति बिहार मोड़ के पास रविवार को प्रात: घटना घटी.
रजंदीपुर से सभी लोग कार से भागलपुर जा रहे थे. जाने के क्रम में यह घटना हुई, जिसमें रजंदीपुर के तीन लोग घायल हुए है और दो की मौत हो गयी.
मृतक रवि कुमार पिता लाल मोहन मंडल के संबंध में ग्रामीण बताते हैं कि बड़ा ही हसमुख लड़का था, किसी से कोई बैर नहीं थी. मृतक तीन भाइयों और तीन बहनों में सबसे बड़ा था. मां रेणु देवी और बहन का रो-रो कर बुरा हाल था. उपसरपंच प्रभाष नाथ सुमन ने बताया कि रवि की खबर से परिवार टूट गया है. मां ने बताया कि सबेरे-सबेरे गांव के ही दोस्त बुलाने आया और चुपचाप वह घर से निकल गया.
थोड़ी देर बाद ही मरने की खबर आयी. मृतक संदीप पासवान भी चार भाइयों में सबसे बड़ा था और मजदूरी करता था. दोनों युवकों का शव गांव पहुंचते ही पूरा दृश्य ही बदल गया. परिजनों के दहाड़ से गांव में कोलाहल मच गया और देखने वालों का तांता लग गया.
दोनों के शव को देर शाम रजंदीपुर गंगा घाट पर दाह संस्कार किया गया. मुखिया प्रतिनिधि शंकर मंडल ने बताया कि रवि को आग उसके छोटे भाई ने दी जबकि संदीप का मुखाग्नि चंदन कुमार ने दिया. घटना से परिजन आहत हैं.
गाड़ी में बैठा कोई भी व्यक्ति बिजली विभाग का नहीं : घटना की जांच के बाद मिली जानकारी के अनुसार गाड़ी में बैठा एक भी व्यक्ति बिजली विभाग का नहीं था. उक्त काले रंग की एसयूवी कार भी बिजली विभाग द्वारा किराये पर लेकर ट्रांसमिशन विभाग के महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता को सरकारी कार्य के इस्तेमाल के लिये दी गयी थी. शनिवार को काम के बाद महाप्रबंधक ने गाड़ी
चालक को अपने घर ले जाने को कहा, ताकि वह रविवार सुबह समय पर उन्हें लेने के लिये आ सके. वहीं महाप्रबंधक को लेने के लिये घर से निकलने के बाद चालक ने रास्ते में तिलकामांझी चौक पर छोड़ने के लिये अपने गांव के कुछ मजदूरों को गाड़ी पर बैठा लिया. जहां रास्ते में कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी.
नहीं खुला कार का एयर बैग
जानकारों की मानें तो दुर्घटनाग्रस्त काले रंग की एसयूवी कार अपने कंपनी की टॉप मॉडल कार है. इसके बावजूद गाड़ी बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भी गाड़ी में लगा एयर बैग नहीं खुला.
मिली जानकारी के अनुसार उक्त कार में कुल छह एयरबैग मौजूद थे. जानकारों का मानना है कि अगर समय पर एयरबैग खुल जाती तो गाड़ी में बैठे लोगों की जान बच जाती. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होते ही एक गाड़ी में बैठा एक व्यक्ति खिड़की से बाहर निकलकर सड़क पर गिर पड़ा.
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