भागलपुर : भागलपुर से रवाना होने वाली लंबी दूरी की सभी ट्रेनों में अब एलएचबी कोच लगेंगे. वर्तमान में केवल विक्रमशिला व यशवंतपुर एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगे हैं. वहीं भागलपुर में ठहराव होने वाली गया-कामाख्या में एलएचबी कोच लगा है. बाकी सभी लंबी दूरी की ट्रेन अजमेर शरीफ, साप्ताहिक, गरीब रथ, दादर, सूरत, ब्रह्मपुत्रा, फरक्का आदि एक्सप्रेस में कनवेंशनल कोच लगे हैं.
दरअसल, रेलवे बोर्ड ने लंबी दूरियों की ट्रेनों में कनवेंशनल कोचों की जगह नये मॉर्डन एलएचबी डिजाइन वाले कोच लगाने का फैसला लिया है. इसके साथ ही एलएचबी कोच लगाने की कवायद भी शुरू हो गयी है. रेलवे के अनुसार सभी मंडल व जोनल रेलवे से कनवेंशनल कोच वाले ट्रेनों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है. ताकि, ट्रेनों के बारे में लिये गये फैसलों पर कनवेंशनल कोचों के बदले एलएचबी कोच लगायी जा सके.
जानें, फैसले के पीछे का सच
-रेलवे के किसी फैक्ट्री में साधारण श्रेणी का कोच नहीं बनेगा.
-यात्री सुरक्षा में हर साल एलएचबी कोच वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की योजना है.
एक कोच के तीन मुख्य फायदे
-दुर्घटना की स्थिति में एलएचबी कोच की बोगियां एक-दूसरे पर न चढ़ने से जानमाल का नुकसान कम होगा.
-एलएचबी कोच के स्लीपर एवं थर्ड एसी बोगियों में सीटें 72 की जगह 80 हो जायेगी.
-ट्रेनों के तेज स्पीड में भी एलएचबी कोच के यात्रियों को झटका नहीं लगेगा.