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कस्तूरबा विद्यालयों की जांच के लिए भागलपुर पहुंची खुफिया एजेंसी

भागलपुर : कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा के मद्देनजर जांच के लिए राज्य सरकार के गृह विभाग के निर्देश पर खुफिया एजेंसी शुक्रवार को भागलपुर पहुंची. जहां उन्होंने जिले में मौजूद कई कस्तूरबा विद्यालयों में रहनेवाले छात्राओं और कर्मचारियों से पूछताछ की. मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में रहनेवाली लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म का […]

भागलपुर : कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा के मद्देनजर जांच के लिए राज्य सरकार के गृह विभाग के निर्देश पर खुफिया एजेंसी शुक्रवार को भागलपुर पहुंची. जहां उन्होंने जिले में मौजूद कई कस्तूरबा विद्यालयों में रहनेवाले छात्राओं और कर्मचारियों से पूछताछ की. मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में रहनेवाली लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने कस्तूरबा विद्यालयों में भी रहनेवाली छात्राओं की जांच का जिम्मा एक सरकारी खुफिया एजेंसी को सौंपा है.
सूत्रों के अनुसार मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद राज्य सरकार ने राज्य भर के बालिका गृहों और सरकारी बालिका आवासीय विद्यालयों या अन्य संस्थानों में रहनेवाली छात्राओं की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है. राज्य सरकार ने गृह विभाग को निर्देश दिया है कि राज्य भर के कस्तूरबा विद्यालयों में सुरक्षा संबंधी हर बिंदु पर जांच करायी जाये. निर्देश जारी होने के बाद गृह विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कस्तूरबा विद्यालयों की जांच का जिम्मा खुफिया एजेंसी को सौंपा. इसी निर्देश पर खुफिया एजेंसी की एक टीम भागलपुर पहुंची और शुक्रवार से ही जिले के विभिन्न कस्तूरबा विद्यालयों में जांच शुरू कर दी.
जांच के दौरान बच्चियों और कर्मचारियों से हुई पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक कस्तूरबा विद्यालयों में जांच करनेवाली खुफिया टीम ने वहां रहनेवाली बच्चियों से विस्तृत जानकारी ली. उनका मुख्य मकसद है कि आवासीय विद्यालयों में रहनेवाली छात्राओं को परेशानी या कोई दिक्कत तो नहीं. जांच के दौरान खुफिया एजेंसी की टीम ने विद्यालय के वार्डन, रात्रि प्रहरी समेत कई अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान शिक्षकों और कर्मचारियों से पूछा गया कि स्कूल में कौन आते जाते हैं? आने जाने वाले लोगों को बच्चियां पहचानती है या नहीं? आदि सवाल किये गये. बच्चियों से भी विद्यालय में आने जाने वाले लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी ली गयी है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद राज्य सरकार ने गृह विभाग को दिया था खुफिया विभाग से जांच कराने का निर्देश
जांच के दौरान विद्यालय में रहने वाली बच्चियों समेत शिक्षकों और कर्मचारियों से भी हो रही पूछताछ
क्या है कस्तूरबा विद्यालय
कस्तूरबा विद्यालयों में आठवीं से 12वीं कक्षा की आर्थिक रूप से कमजोर छात्राएं रहकर पढ़ाई करती हैं. इन विद्यालयों में आवासीय सुविधा होती है. इसमें रहने के साथ-साथ खान पान की भी व्यवस्था होती है. वहीं कस्तूरबा विद्यालय में रहकर छात्राओं को निकटवर्ती स्कूलों में पढ़ाई के लिये भी भेेजा जाता है. यह योजना केंद्र सरकार के द्वारा बनायी गयी है. इसे देशभर में चलाया जा रहा है.

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