मैनाटांड़. प्रखंड के भंगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत नगरदेही गांव में गुरुवार की रात किसानों के आक्रोश एकाएक फूट पड़ा. यूरिया खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए ग्रामीण देर रात तक गोलबंद होकर विरोध प्रदर्शन करते रहे. किसानों का आरोप है कि अंसारी खाद भंडार पर खुलेआम धांधली कर उनकी मेहनत से खिलवाड़ किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि भंडार से 100 बोरी यूरिया खाद का उठाव हुआ था, लेकिन, वितरण के समय किसानों को मात्र 39 बोरी खाद ही दी गई. शेष 61 बोरी खाद रहस्यमय तरीके से गायब हो गई. किसानों ने इसे सीधी कालाबाजारी करार दिया. यहीं नहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भंडार संचालक ने खाद को सरकारी दर से अधिक, 500 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से किसानों को बेचा. जबकि सरकारी दर इससे कहीं कम है. गांव के राजू जयसवाल, अच्छेलाल महतो, अंपू जयसवाल, हरिशंकर कुमार, रौशन कुमार, विपिन साह, पप्पू कुमार, अजय साह, संजय जयसवाल, जयप्रकाश कुशवाहा और शोभालाल साह सहित दर्जनों किसानों ने कहा कि खेती का मौसम है और इस समय यूरिया खाद की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. लेकिन कालाबाजारी के चलते उन्हें मजबूरी में महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है. फिर भी खाद नही मिल रहा है. ग्रामीणों ने इस संबंध में बीईओ रमेश कुमार गुप्ता को शिकायत सौंपी है. साथ ही डीएम को भी आवेदन भेजकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है. इधर बीईओ रमेश कुमार गुप्ता ने बताया “ग्रामीणों की ओर से शिकायत मिली है. मामले की जांच कराई जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.” ग्रामीणों का कहना है कि इस समय खरीफ फसल के लिए खाद अनिवार्य है. धान की रोपाई और बढ़वार के लिए यूरिया की सबसे अधिक आवश्यकता होती है. यदि किसानों को समय पर खाद नहीं मिलेगी तो उनकी फसल चौपट हो जाएगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब खाद वितरण में गड़बड़ी की शिकायत आई हो. इससे पहले भी मैनाटांड़ प्रखंड के कई गांवों में खाद की कमी और कालाबाजारी को लेकर किसान सड़क पर उतर चुके हैं. हर साल खरीफ और रबी सीजन में खाद वितरण में अनियमितता की शिकायतें मिलती हैं, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई का असर जमीन पर बहुत कम दिखता है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही प्रशासन खाद माफियाओं पर नकेल नहीं कसता है, तो किसान उग्र आंदोलन करेंगे. किसानों का कहना है कि वे खेती छोड़कर सड़कों पर उतर जाएंगे और तब तक आंदोलन करेंगे जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिलता. धुमनगर में यूरिया लेने पहुंचे इफको संचालक ने किसानों को भगाया, हंगामा नरकटियागंज. धुमनगर में यूरिया लेने पहुंचे किसानों को इफको संचालक के द्वारा भगाये जाने के बाद किसानों ने जमकर हंगामा किया. किसानों ने संचालक के विरूद्ध शिकायत की. हंगामे की सूचना पर 112 पुलिस टीम धुमनगर पहुंची और हंगामा कर रहे किसानों को समझा बुझा कर शांत कराया. किसानों ने संचालक पर आरोप लगाया कि वे खाद नही दे रहे और पूछने पर बता रहे हैं कि अधिकारी के कहने पर खाद देंगे. संचालक के इस रवैये से नाराज किसानों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. किसानों में नन्हें पासवान, विवेक कुमार, भोला प्रसाद कुशवाहा, बैदुल्लाह अंसारी, मुन्ना कुशवाहा, रूना कुमार, रंभू पासवान, श्रवण शर्मा, मुन्ना कुमार यादव समेत दर्जनभर से उपर किसान अनुमंडल कार्यालय पहुंचे और एसडीएम से मिलकर शिकायत की. किसानों ने एसडीएम को बताया कि सुबह से ही वे धूमनगर चौक स्थित इफको वितरण केंद्र पर यूरिया लेने के लिए लाइन में खड़े थे. लेकिन दोपहर तक भी यूरिया नहीं मिलने पर किसानों ने जब कारण पूछा तो वितरक ने मनमानी रवैया अपनाते हुए साफ कह दिया कि जब तक अधिकारी नहीं आएंगे, तब तक किसी को यूरिया नहीं मिलेगा. किसानों ने यूरिया वितरण में हो रही अनियमितताओं और कालाबाजारी की शिकायत दर्ज कराई. किसानों का आरोप है कि जरूरतमंदों को यूरिया देने के बजाय कुछ चुनिंदा लोगों को ही लाभ पहुंचाया जा रहा है. खाद वितरण को लेकर बीएओ को निर्देश दे दिया गया है. किसानों की समस्या का समाधान कर दिया गया है. चूंकि स्टॉक वैरिफिकेशन नहीं हुआ था. इसलिए वितरण में देरी हुई. सूर्य प्रकाश गुप्ता, एसडीएम
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