भितहा.
केला का पटवन करते-करते किसान परेशान हो गये है. भितहा का मुख्य फसल केला का फसल हो गया है. जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक किसान केला का खेती करते आ रहे हैं और नकदी फसल के रूप में पैदावार कर रहे हैं. तपती धूप के कारण फसल में हर दो रोज पर पानी चलाना पड़ रहा है. हालांकि जब भी आसमान में बादल दिखाई दे रहा है तो किसानों में उम्मीद जग रही है कि अब पटवन से निजात मिलेगी. किसानों की मानें तो सरकार को बिजली से कृषि पटवन फ्री कर देना चाहिए. जिससे किसानों को केला की खेती करने में सहूलियत मिलेगी. गौरतलब हो कि केला के फसल से किसानों को अच्छी आमदनी का स्रोत है. जिसमें पटवन को लेकर किसान काफी चिंतित रह रहे हैं. केला खेती के लिए किसानों को कीटनाशक और खाद पर विशेष सब्सिडी मिलनी चाहिए. जिससे किसानों को खेती करने में सहायता मिल सके. किसान रमेश राय, अजय राय, श्रीराम यादव, राजेश यादव, मुन्ना मिश्र, काशीनाथ पांडेय, शंकर यादव आदि लोगों का कहना है कि भितहा में केला की अच्छी पैदावार होती है. यहां के केला गोरखपुर, लखनऊ, बनारस, मुजफ्फरपुर आदि शहरों में जाता है. अगर यहां एसी रूम की व्यवस्था होता तो किसानों को अच्छी मूल्य मिलता और किसानों की आमदनी बढ़ती और किसान खुशहाल होते. किसान प्राकृतिक की मार से लेकर बाजार की मार से परेशान हैं. इस परिस्थिति में फसल पटवन मुफ्त होना चाहिए और प्रखंड स्तर पर केला के तैयार फसल को रखने के लिए एक एसी रूम की व्यवस्था होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है