– तीनों ही मामलों की जांच में जुटी संबंधित थाने की पुलिस, शवों का कराया गया पोस्टमार्टम – प्रेम प्रसंग में फंसन के डर से सैदपुर का भोज राम और अवसाद के चलते अंजुआ के तारकेश्वर ने की खुदकुशी नरकटियागंज . शिकारपुर थाना क्षेत्र के अंजुआ और सैदपुर गांव में अलग अलग घटनाओ में दो युवकों ने खुदकुशी कर ली है. जबकि बैरिया के हाट सरैया में भी एक युवक ने अपनी जान दे दी. तीनों ही मामलों में शव फंदे से लटका हुआ मिला है. सूचना पर पहुंची संबंधित थानों की पुलिस शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया है. शिकारपुर थाना क्षेत्र में जिन दो युवकों ने खुदकुशी की है, उनमें अजुंआ गांव के जनार्धन पांडेय के पुत्र तारकेश्वर पांडेय 36 वर्ष व सैदपुर के रामेश्वर राम के पुत्र भेज राम 18 वर्ष शामिल है. थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह ने बताया कि दोनों मृतको के शव को पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया गया है. घटना के बार में छानबीन की जा रही है. अभी तक दोनों के परिजनो ने थाने में आवेदन नही सौंपा है. आवेदन सौंपने के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. घटना के बारे में बताया जाता है कि सैदपुर के भाज राम ने इसलिए खुदकुशी कर ली की उसके किसी दोस्त ने प्रेम प्रसंग में एक लड़की का अपहरण कर लिया था. इस मामले को लेकर गांव के कुछ युवकों ने भोज राम को फंसाने की बात कह दी. इसी डर और तनाव में आकर उसने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया. परिजनों का कहना है कि भोज पिछले कुछ दिनों से मानसिक दबाव में था. दूसरी घटना अजुआ गांव की है, जहां तारकेश्वर पांडेय (37) ने भी सोमवार की सुबह फंदा लगाकर जान दे दी. वह मूल रूप से केहुनिया गांव का निवासी था लेकिन लंबे समय से अपने ससुराल अजुआ गांव में ही रह रहा था. परिजनों के अनुसार, तारकेश्वर मानसिक रूप से अस्वस्थ था और अपने पैतृक गांव में जमीन विवाद को लेकर काफी परेशान रहता था. एक साथ घटी दो घटनाओ के बाद गांव में तरह तरह के अटकलों का बाजार भी गर्म है. पत्नी के नहीं आने से परेशान युवक ने लगा लिया फंदा बैरिया. थाना क्षेत्र के हाट सरैया निवासी लक्ष्मण साह के 30 वर्षीय पुत्र रामबाबू कुमार ने रविवार के देर रात्रि गमछा से गले में फंदा लगाकर अपने ही घर में पंखा में लटक गया. ग्रामीणों ने बताया कि रामबाबू का शादी विगत 7 वर्ष पूर्व नेपाल के लाल परसा गांव में हुआ था, लेकिन पिछला 3 माह से उसकी पत्नी अपने मायके चली गई थी. बार-बार बुलाने जाने तथा पंचायती करने पर भी पत्नी वापस नहीं आ रही थी. इसको लेकर रामबाबू परेशान था. इधर, रविवार के रात्रि पंखा में गमछा बांधकर उसने अपने गले में फंदा लगा लिया. रामबाबू भुजा बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. सूचना पर बैरिया थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जीएमसीएच भेज दिया. ग्रामीणों ने बताया कि उसकी पत्नी मीरा देवी छह साल के बेटे अंकुश और तीन साल की बेटी दीपिका के साथ नेपाल में ही रहती है. थानाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन पर कार्रवाई की जाएगी. —————-
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