गौनाहा. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के गोवर्धन रेंज के सोनबरसा गांव के समीप एक बुजुर्ग महिला को बाघ द्वारा अपना निवाला बनाने के बाद उसके दाह संसार के लिए उनके परिजनों को वन विभाग ने 20 हजार की राशि शुक्रवार को मुहैया कराई है. रेंजर सत्यम कुमार ने बताया कि टीटी पीटी द्वारा बाघ के पग मार्क को ट्रैकिंग किया गया तो रात्रि के आठ बजे मृत महिला का शव बरामद हुआ. मृत महिला उमदी देवी के पति खेलावन महतो ने बताया कि वन विभाग द्वारा जब ट्रैकिंग की गई है तो बाघ द्वारा घसीट कर ले गए महिला के शव जंगल में मिला है. मृत महिला के शरीर में जगह-जगह जख्म का निशान था. बाघ द्वारा उसके शरीर को क्षत विक्षत कर दिया गया है. वहीं मृत महिला के शव को रात में ही वन विभाग व मटियारिया पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए बेतिया ले जाया गया. शुक्रवार को दिन के एक बजे पोस्टमार्टम के उपरांत महिला का शव सोनबरसा गांव पहुंचा. शव को पहुंचते ही मृतका की बेटी अर्जुनिया देवी व ललिता देवी दहाड़ मार मार कर रोने लगी. दो बेटों में अर्जुन महतो पहले ही दुनिया छोड़ चुका है. दूसरा बेटा नकुल महतो का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. मृत महिला का अंतिम संस्कार द्वारदह नदी के किनारे किया गया. दाह संस्कार के समय वन विभाग के कर्मी भी उपस्थित रहे. वही रेंजर सत्यम कुमार ने बताया कि मृत महिला कि मुआवजा भी उसके परिजनों को दिया जाएगा.
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