बेतिया. मोंथा तूफान का असर जिले में शुक्रवार को भी देखने को मिला. पिछले तीन दिनों से मौसम ने करवट ली है. बुधवार और गुरुवार की तरह शुक्रवार को भी दिन भर आसमान में बादल छाए रहे. मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा की चेतावनी से लोग पहले ही अलर्ट मोड में थे. लेकिन भारी बारिश के बदले दिन भर रुक रुक कर वर्षा होती रही. जिसके कारण सड़क किच-किच हो गया. जनजीवन प्रभावित हुआ. स्कूल और कार्यालय जानेवाले लोगों को छोड़कर कम लोग ही घरों से बाहर निकले. जिस कारण मेडिकल कॉलेज की ओपीडी और बाजारों में भी कम भीड़ देखने को मिली. – मीना बाजार की हो गई नारकीय स्थिति बारिश के कारण शहर के मीना बाजार की स्थिति नारकीय बन गई है. सड़कों पर कीचड़ की मोटी परत दिखाई दे रही है. कीचड़ के बीच ही फल, सब्जियों दुकानदार दुकान लगाकर ग्राहकों का इंतजार कर रहे थे. लोगों का कहना है कि बाजार है, यहां से प्रतिदिन हर प्रकार का सैकड़ों टन कचरा निकलता है. अगर प्रतिदिन सफाई होती तो कचरा और मिट्टी नहीं रहती. बारिश होने से वही जमा कचरा और मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गई है. – किसानों को हो रही परेशानी बूंदाबांदी के कारण दुकानदारों के साथ-साथ खेती किसानी वाले लोग भी परेशान दिख रहे हैं. किसानों की चिंता बढ़ गई हैं. धान की फसल पक कर तैयार हो गई है. कटनी का समय आया है, लेकिन मौसम ने दगा दे दिया. कुछ क्षेत्रों में बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा ही था. वहीं मौसम की इस गड़बड़ी से खेती किसानी पर और संकट बढ़ गया है. वही इस हल्की बारिश से गन्ने की फसल के साथ-साथ हरी सब्जियों की खेती को लाभ होगा.
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