पिपरासी. स्थानीय प्रखंड स्थित पिपरासी पंचायत के उत्क्रमित मध्य परसौनी के पुराने भवनों का मरम्मति कार्य छह माह पूर्व ही हुआ था कि शनिवार को छत का प्लास्टर टूट कर गिरने से दो बच्चे घायल हो गए. जिनको आनन फानन में शिक्षकों ने अस्पताल पहुंचाया. सूचना पर मौके पर पहुंचे मुखिया राजकुमार साहनी ने अपनी देखरेख में बच्चों का इलाज कराया. इसकी जानकारी देते हुए मुखिया ने बताया कि छह माह पूर्व जिला से आए ठेकेदार जिसकी जानकारी न तो स्थानीय एचएम को है और ना ही उनको. उस ठेकेदार द्वारा विद्यालय का मरम्मति मनमानी तरीके से कराया गया. जिसमें लोकल दियारा का बालू सहित घटिया क्वालिटी का सीमेंट आदि लगाया. इसकी शिकायत स्थानीय अधिकारियों से भी की गयी थी. लेकिन कोई असर नहीं हुआ. नतीजा यह हुआ कि छह माह में ही विद्यालय के प्लास्टर टूट कर गिर गया. इसमें कक्षा छह के छात्र अंशु कुमार (12 वर्ष) के सिर में कई स्थानों पर कट गया है. वही राहुल कुमार के हाथ में गंभीर चोट आई है. लेकिन अस्पताल में एक्स-रे मशीन काम नहीं करने के कारण उसको प्राइवेट हॉस्पिटल में भेज दिया गया है. वही घटना की सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए विद्यालयों के मरम्मति में हुई अनियमितता की जांच की मांग की. अभिभावकों ने बताया कि अगर इस हादसे में किसी बच्चे के साथ कोई अनहोनी हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता. वहीं एचएम अर्चना राय ने बताया कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय सभी बच्चे रूम से बाहर खेल रहे थे. मात्र दो ही बच्चे अंदर थे. अगर सभी बच्चे अंदर होते तो भाग दौड़ की अफरा तफरी में बड़ा हादसा हो जाता. मुखिया ने बताया कि इसकी सूचना बीडीओ सहित अन्य अधिकारियों को दे दी गयी है. वहीं बीइओ उमेश कुमार ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें नहीं है. जानकारी लेने के बाद ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की लिए जिला को लिखा जाएगा.
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