बेतिया. नगर निगम बोर्ड की बैठक शनिवार को शुरू होने के साथ ही भारी हंगामा, धरना और बहिष्कार के बीच स्थगित हो गई. इसको लेकर घंटों निगम परिसर में पदाधिकारियों, पुलिस और नगर पार्षदों के साथ उनके साथ आये अन्य लोगों की भीड़ जमी रही. इधर बैठक में भाग लेने पहुंचे स्थानीय सांसद डॉ संजय जायसवाल और बेतिया विधायक रेणु देवी ने बैठक के स्थगित होने पर नाराजगी व्यक्त की. डॉ संजय जायसवाल का कहना था कि खुद ही बैठक बुलाई जाती है फिर वह स्थगित कर दिया जाता है. ऐसा कहीं देखने को नहीं मिलता है. इधर बेतिया पूर्व मंत्री सह विधायक रेणु देवी ने कहा कि जिन कार्यों में भी घपले घोटाले हुए हैं सबकी जांच कराई जाएगी. हालांकि इससे पहले नगर निगम के सभागार में आयोजित बैठक जैसे ही शुरू हुई. बैठक में मौजूद कुछ पार्षदों द्वारा हंगामा करना शुरू कर दिया गया. उन पार्षदों का कहना था कि विगत अनेक बैठकों में पारित करोड़ों की दर्जनों विकास योजनाओं को लटकाया गया है. पार्षदों का कहना था कि बैठक से पहले अंकेक्षण प्रतिवेदन की प्रतिलिपि कार्यालय द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई. ऐसी परिस्थिति में इससे संबंधित एजेंडा 5 पर आज की बैठक में कोई चर्चा विचार करना संभव नहीं है. जिसके बाद वें बैठक को बहिष्कार करने की मांग करने लगे. उनका कहना था कि जनवरी 2024 से पारित योजनाओं का प्रशासनिक तथा तकनीकी स्वीकृति बोर्ड और सक्षम पदाधिकारी द्वारा दिए जाने के बावजूद महीनों से निविदा निष्पादन अथवा कार्यादेश नहीं निर्गत किया गया है. इस कारण नगर निगम क्षेत्र का विकास महीनों से अवरुद्ध है. इधर मेयर गरिमा देवी सिकारिया का कहना था कि पार्षदों के बहिष्कार के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया है. दर्जनों की संख्या में पार्षद और प्रतिनिधि इसके बाद सभागार के बाहर धरना देने लगे. इसी बीच बैठक में भाग लेने के लिए स्थानीय सांसद, विधायक विधान पार्षद इंजीनियर सौरभ कुमार तथा नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी वहां पहुंचे. कोट नगर निगम में टेंडर निकालकर ही काम कराया जाएगा. आकस्मिक स्थिति को छोड़कर सभी कार्यों में टेंडर निकाला जाएगा. सभी कार्य नियम संगत किए जा रहे हैं. किसी तरह की गड़बड़ी या नियम की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जायेगी. लक्ष्मण तिवारी नगर आयुक्त बेतिया
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