हरनाटांड़. मोंथा चक्रवात के कारण लगातार चार दिनों से बारिश हो रही है. जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लगातार हो रही बारिश से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. आम जन जीवन में तमाम बाधाएं आ रही हैं. सबसे अधिक गांव में सड़क में जल जमाव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जबकि यातायात, स्वास्थ्य सेवाए, बिजली के अलावा गलियों और घरों में पानी आदि का संकट कष्टकारी होकर रह गया है. मवेशियों को चारा के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं खेतों में खड़ी धान और सब्जी की फसलें पानी में डूबकर नष्ट होने लगे हैं. बारिश ने सबसे अधिक नुकसान धान की फसल को पहुंचाया है. जिससे किसानों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. लगातार बारिश से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. बगहा-2 प्रखंड के कई क्षेत्रों में धान कटनी शुरू हो गयी है, तो कई क्षेत्र में धान कटनी के तैयारी में लगे हुए थे. धान काट कर खेतों में रखा गया था. इस बीच बारिश के कारण धान पूरी तरह पानी में डूब गया. जिससे धान की फसल बर्बाद हो रही है. वही हवा चलने से कई खेतों में धान की फसल गिर गयी है. खेतों में जल जमाव के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है. किसान मुंशी चौधरी ने बताया कि इस वर्ष मैं काला नमक धान की खेती किया था. अच्छी पैदावार हुई थी. लेकिन इस बारिश के कारण मेरा एक बीघा धान जमीन पर गिर गया है. इस मेंथा चक्रवात ने किसानों के उम्मीद पर पानी फेर दिया है. किसान बारिश बंद होने का ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं. वहीं किसान विजय सिंह, राजेश सिंह, सोनू साह, सत्यनारायण जायसवाल आदि ने बताया कि धान के साथ-साथ कई फसलों व सब्जियों को भी नुकसान हो रहा है. इन किसानों का कहना है कि एक-दो दिन में बारिश नहीं रुकी, तो धान से हाथ धोना पड़ जाएगा. ऐसे में प्रकृति के प्रकोप से आहत किसान अब सरकार और प्रशासन से मदद समेत मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं.
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