वाल्मीकि नगर. पड़ोसी देश नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ हो रहे आगजनी,हिंसा,प्रदर्शन, तोड़फोड़ व बवाल को लेकर वाल्मीकि नगर इंडो-नेपाल बार्डर पर हाई जारी अलर्ट है. सीमा पर तैनात एसएसबी 21 वीं वाहिनी और वाल्मीकि नगर थाने के पुलिस अधिकारी व जवान भारत- नेपाल बॉर्डर व नेपाल सीमा से लगने वाले क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं. एसएसबी के द्वारा कड़ी निगरानी की जा रही है. विशेष परिस्थिति में गहन जांच पड़ताल के बाद ही एसएसबी के द्वारा किसी को आने दिया जा रहा है.वहीं विशेष परिस्थिति को छोड़कर दूसरों के लिए आवाजाही बिल्कुल बंद कर दिया गया है. एसएसबी के अधिकारी और जवान रात दिन लगातार ड्यूटी दे रहे हैं. बगहा एसएसबी के सेनानायक तपेश्वर संबित राउत के आदेश के आलोक में बॉर्डर समेत नेपाल सीमा से लगने वाली सभी भारतीय इलाकों में सघन पेट्रोलिंग भी की जा रही है. विशेष परिस्थिति को छोड़कर दूसरे किसी भी लोगों को आने-जाने वालों पर रोक है. विशेष परिस्थिति में सघन जांच पड़ताल के बाद ही आने की अनुमति दी जा रही है.वहीं दूसरी ओर नेपाली के तराई क्षेत्र की लोगों को वाल्मीकि नगर बाजार में नहीं आने और भारतीय क्षेत्र के लोगों का त्रिवेणी बाजार में नहीं जाने से बाजार की रौनक काफी फीकी पड़ गई है. दुकानदारों की दुकान पूरी तरह से ठप है.वाल्मीकि नगर के दुकानदार विजय गुप्ता, सोनू कुमार, राजेश कुमार,भरत कुमार, नीरज कुमार, मनीष कुमार आदि में बताया कि आज चार दिनों से भारत व नेपाल के बॉर्डर बंद होने से हम लोगों की दुकानदारी पूरी तरह से चौपट हो गई है. गंडक बराज के दोनों तरफ सन्नाटा का माहौल है. दोनों देश के ग्रामीण पूर्व स्थिति की बहाली और जन जीवन सामान्य होने की इंतजार में है.बताते चलें कि वाल्मीकिनगर गंडक बराज के रास्ते भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने जाने वाले लोगों के कारण हमेशा चहल-पहल रहती थी. परंतु दोनों देशों के बॉर्डर बंद होने के कारण गंडक बराज पर सन्नाटे का राज्य कायम हो गया है. नेपाल में जारी अस्थिरता के माहौल तथा बॉर्डर बंद होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से बॉर्डर के रास्ते आवा गमन बंद कर दिया गया है. वहीं भारतीय क्षेत्र में व्यवसाय का व्यवसाय एक हद तक प्रभावित हुआ है.
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