बेतिया. जिले में रबी सीजन की बुआई लक्ष्य से काफी पीछे चल रही है. कृषि विभाग द्वारा निर्धारित 201808.6 हेक्टेयर के कुल लक्ष्य के मुकाबले, अब तक केवल 85812.3 हेक्टेयर में ही फसलों की बुआई हो पायी है. यह लक्ष्य का मात्र 42.52 प्रतिशत है, जिससे अगले सीजन में उत्पादन पर विपरीत असर पड़ने की आशंका जतायी जा रही है. पिछली खरीफ फसलों की देरी से कटाई, बीज एवं उर्वरकों की अनुपलब्धता और असमय बारिश को इस देरी का प्रमुख कारण माना जा रहा है. गेहूं जैसी प्रमुख रबी फसल की बुआई भी लक्ष्य के 80 फीसदी से कम ही हुई है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है. रबी फसलों की बुआई आमतौर पर अक्तूबर-नवंबर में शुरू होती है और कटाई मार्च-अप्रैल के बीच होती है. इन फसलों को ठंडी जलवायु और समय-समय पर हल्की सिंचाई की आवश्यकता होती है. हालांकि इस बार, बुआई में 20-25 दिन की देरी के बावजूद करीब आधा खेत अभी भी खाली है. किसानों का कहना है कि इसके पीछे बीज और खाद का समय पर न मिलना, और असमय बारिश के कारण खरीफ फसल की कटाई में देरी जैसी समस्याएं हैं. फसल का नाम निर्धारित लक्ष्य अबतक बुआई गेहूं 79116.7 हे0 55942 हे0 मकई 5484.8 हे0 3938.0 हे0 जौ 578 हे0 382 हे0 मसूर 13262.3हे0 11262.3 हे0 तीसी 530.31हे0 406.3हे0
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