वाल्मीकिनगर.
मंगलवार को भी नेपाल में सार्वजनिक यातायात के नहीं चलने से सर्वसाधारण नागरिक तथा पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताते चले कि सीमावर्ती गंडकी प्रदेश सरकार द्वारा निजी सवारी साधन को भाड़ा के रूप में इस्तेमाल करने संबंधी लाया गया ””””राइड शेयरिंग सेवा संचालन”””” कानून के विरोध में नेपाल के यातायात व्यवसायी संघ तथा मजदूर यूनियन संघ द्वारा सोमवार से अपनी गाड़ी को गैरेज में लगाकर सड़क पर आंदोलन किया जा रहा है. हालांकि सोमवार को ही नेपाल सरकार द्वारा यातायात व्यवसायी संघ से वार्ता करने के लिए टीम गठित कर देर रात्रि तक वार्ता कर समाधान निकालने का कोशिश किया गया. वार्ता काफी हद तक सफल भी रही. फिर भी यातायात व्यवसायी संघ द्वारा मंगलवार को सार्वजनिक यातायात को बंद कर सड़क पर आंदोलन किया जा रहा है. यातायात व्यवसायी संघ के उपाध्यक्ष तथा वार्ता टोली में शामिल रहे सरोज सितौला ने बताया कि यातायात व्यवसायी संघ गंडकी प्रदेश सरकार द्वारा लाया गया राइड शेयरिंग सेवा संचालन कानून पूरी तरह से खारिज करने की मांग पर अड़ा है. इसलिए मंगलवार को भी नेपाल में सार्वजनिक यातायात बंद किया गया है. इस संबंध में नेपाल के भौतिक पूर्वाधार तथा यातायात मंत्री देवेंद्र ढकाल ने बताया कि यातायात व्यवसायी संघ के साथ सोमवार की देर रात्रि तक किए गए बैठक में गाड़ी संचालन करने पर सहमति हुआ था. इसके पश्चात भी सड़क पर गाड़ी का संचालन नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है