बेतिया. स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग पर जीएमसीएच में मंगलवार को हुई हड़ताल बुधवार की सुबह समाप्त हो गई. नतीजतन शहरवासियों के साथ-साथ जिलेवासियों ने राहत की सांस ली. जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन के आह्वान पर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार को प्रशिक्षु चिकित्सकों ने स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप करा दिया था. लेकिन, उसके अगले दिन बुधवार को आश्वासन मिलने के बाद प्रशिक्षु चिकित्सकों की हड़ताल समाप्त हो गई. हड़ताल समाप्त होने के कारण ओपीडी में इलाज कराने आये मरीजों ने चिकित्सकों से अपना इलाज कराया. अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुधा भारती ने बताया कि प्रशिक्षु चिकित्सकों का हड़ताल दूसरे दिन समाप्त हो गयी. इस दौरान ओपीडी में करीब 1200 मरीजों का इलाज किया गया. हालांकि, एक दिन पहले ओपीडी गेट पर प्रशिक्षु चिकित्सकों के हड़ताल के कारण ओपीडी में इलाज कराने आये अधिकांश लोग बैरंग लौट गए थे. लेकिन, दूसरे दिन ओपीडी सेवा बहाल होने के कारण मरीजों की काफी भीड़ रही. बता दें कि धरना में शामिल चिकित्सकों की मांग स्टाइपेंड बढ़ाने की है. उनका कहना है कि वर्तमान में उन्हें हर माह मात्र 20,000 रुपये का मानदेय मिलता है. जबकि, उनकी जिम्मेदारी बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था में अत्यंत महत्वपूर्ण है. ऐसे में उनकी स्थिति आज के दैनिक मजदूरों से भी बदतर हो गई है. प्रशिक्षु डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने कई बार सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग की थी. लेकिन, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. जिस कारण हड़ताल का कदम उठाना पड़ा. फिलहाल आश्वासन मिला है. लेकिन उस दिशा में भी अगर सकारात्मक पहल नहीं होती है, तो संगठन आगे की कार्यवाही करेगी.
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