वाल्मीकिनगर. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के घने वन क्षेत्र में गुरुवार की शाम से नेपाली हाथियों ने डेरा डाल रखा है. हरियाली, पीने की पानी की उपलब्धता, ग्रास लैंड आदि टाइगर रिजर्व से सटे पड़ोसी देश नेपाल से चितवन राष्ट्रीय निकुंज के हाथियों को खुब पसंद आता है. प्राय: एक निश्चित अंतराल पर नेपाली हाथियों का झुंड चितवन राष्ट्रीय निकुंज की सीमा को पार कर टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर जाता है और विचरण के साथ तोड़-फोड़ करने से बाज नहीं आता. नेपाली हाथियों का स्वभाव आक्रामक होने के कारण यह वन क्षेत्र में तबाही मचाते हैं और रिहायशी क्षेत्रों में प्रवेश करने के बाद फसलों और ग्रामीणों के घरों के साथ-साथ पालतू पशुओं पर भी हमला बोलने से नहीं हिचकते हैं. वही शनिवार को समाचार प्रेषण तक पड़ोसी देश नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज से भटके हाथियों का झुंड का लोकेशन वाल्मीकिनगर वनक्षेत्र के कक्ष संख्या टी 40 में बना हुआ है. हाथियों की संख्या लगभग आधा दर्जन होने की सूचना है. इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई है. हाथियों के वन कक्ष संख्या टी-40 में वाटर होल के नजदीक वाटर टनेल, सोलर सिस्टम को नुकसान पहुंचाने की सूचना है. वन कर्मियों की टीम के द्वारा उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
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