वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र अंतर्गत गुरुवार की सुबह से मौसम में परिवर्तन के साथ हल्की बूंदाबांदी लगातार हो रही है. जिससे वसंत ऋतु के बाद वन क्षेत्र में पेड़ों से गिरे सूखे पत्तों में आग लगने की संभावनाएं समाप्त हो गयी है. मौसम के परिवर्तन से वन विभाग को राहत की सांस लेने को मौका दिया है. गर्मी के मौसम के शुरुआत के साथ वाल्मीकिनगर व गोनौली वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाएं घटनी शुरू हो गयी थी. लेकिन लगातार हो रही हल्की बूंदाबांदी के कारण वन क्षेत्र में सूखे पत्तों और सूखी लकड़ियों के भीग जाने से आग लगने की संभावना कम हो गयी है. इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि बारिश से पेड़ पौधों को फायदा पहुंचता है. बारिश से सूखे पत्तों में आग लगने की संभावना कम हो जाती है. बावजूद इसके वन कर्मियों की अलग-अलग टीम को वन क्षेत्र में नियमित पेट्रोलिंग करने का सख्त निर्देश दिया गया है. फायर वाचरों को अलर्ट पर रखा गया है. वन प्रशासन वन संपदा और वन्यजीवों की सुरक्षा और विकास को अपनी पहली प्राथमिकता मानता है.
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