Good News: पर्यटक प्रेमियों के लिए अच्छी खबर आ गई है. पर्यटक गंडक नदी में राफ्टिंग का मजा ले सकेंगे. जल संसाधन विभाग और वन विभाग दोनों विभागों की एक साथ तैयारियों के बाद वॉटर बोटिंग कर फिर से गंडक सफारी की सुविधा पर्यटकों के हवाले कर दिया गया है. इस खबर के बाद पर्यटकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है. दरअसल, अब देश या फिर विदेश से वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटक नदी, जंगल और पहाड़ के साथ-साथ खूबसूरत नजारों का दीदार भी कर सकेंगे.
पर्यटकों की सहूलियत के लिए होंगे काम
इस मामले में बताया जा रहा है कि, पर्यटन की संभावनाएं तलाशने वाल्मिकी टाइगर रिजर्व पहुंचे बिहार सरकार के वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री सुनील कुमार अब सोमेश्वर धाम की यात्रा पर निकले हैं. मंत्री सुनील कुमार की तरफ से दावा किया गया है कि, बिहार की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित बाबा नगरी में भक्तों और श्रद्धालुओं के दर्शन करने जाने के मार्ग जल्द सुगम बनाए जाएंगे. ऐसा होने से तीर्थ स्थल तक पहुंचने में लोगों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
2028 तक 17 प्रतिशत वन क्षेत्र का दायरा बढ़ाने का लक्ष्य
खबर की माने तो, पर्यटन मंत्री की ओर से वाल्मीकिनगर के साथ-साथ राजगीर, रोहतास, भभुआ और मोहनिया को विश्व फलक पर उतारने की कवायद तेज करने का भी दावा किया है. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल की तारीफ करते हुए कहा गया कि, सीएम नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार पर्यटन के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ा है. हमारी सरकार जल जीवन हरियाली के साथ बिहार को पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया के मानचित्र पर 2027 तक स्थापित करने को प्रतिबद्ध है. यह भी जानकारी दे दें कि, 17 प्रतिशत तक वर्ष 2028 तक बिहार में वन क्षेत्र का दायरा बढ़ाए जाने का लक्ष्य है. जिसको लेकर जोर-शोर से काम किया जा रहा है.
Also Read: पटना में पुलिस की आंखों में धूल, बाथरूम की खिड़की से कैदी हुआ फरार