वाल्मीकिनगर. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के शाकाहारी मांसाहारी जीव जंतुओं के अलावा पशु पक्षी पाए जाते हैं. साथ ही दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं. इसी क्रम में बुधवार की शाम अस्पताल के नजदीक सड़क के किनारे एक गिलहरी दिखाई दी. जानकारों की मानें तो यह उड़ने वाली गिलहरी यानी फ्लाइंग स्क्विरल है. जो आगे और पीछे के पैरों के बीच खाली त्वचा की झिल्ली का उपयोग करके उड़ान भरने में सक्षम होती है. यह मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व, दक्षिण एशिया और दक्षिणी और मध्य चीन में पाई जाती है. इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार ने बताया कि यह साधारण गिलहरी है. जिसे वन कर्मियों के द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू कर जटाशंकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया है.
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