नरकटियागंज. मलदहिया गांव के इम्तियाज की अपहरण के बाद अब हत्या की खबर ने सभी को सन्न कर दिया है. परिजनों ने 12 अप्रैल को ही थाने में अपहरण की सूचना दे दी थी. बकायदा मोबाइल पर 10 लाख की फिरौती का वह मैसेज भी दिखाया था, जो अपराधियों ने इम्तियाज के ही मोबाइल से उसकी मां के मोबाइल पर भेजा था. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली थी, लेकिन पुलिस पदाधिकारी अपहरण की घटना से इनकार करते रहे. चर्चा था कि आखिर 500 रूपये दिहाड़ी कमाने वाले कौशर अंसारी से कोई 10 लाख की फिरौती कैसे मांग सकता है. इसी उलझन में पुलिस भी उलझी रही और दो दिनों तक जांच की दिशा ही नहीं तय हो पाई. अनुसंधान के नाम पर कुछ नाबालिग लड़कों को उठाया गया. इम्तियाज की सौतेली दादी से पूछताछ हुई. परिजनों को ही शक के दायरे में रखा गया. भूमि विवाद, मोबाइल गेम की लत जैसे मामले गढ़े गये, लेकिन इम्तियाज का कोई सुराग नहीं लग सका. अब मंगलवार को इम्तियाज का शव मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची है. पुलिस पदाधिकारियों की गाड़ी मलदहिया से तौलाहा तक दौड़ लगा रही है. लेकिन पुलिस के पास तक तो इसका उत्तर है कि इम्तियाज को क्यों और कैसे अगवा किया और न तो मर्डर करने वालों तक ही पुलिस पहुंच सकी है. ग्रामीण भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि अब घटना के बाद से पुलिसिया कार्रवाई तेज हो गयी है. हत्या मामले में पुलिस ने अलग अलग जगहो से आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि पुलिस पदाधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहे है. इम्तेयाज की हत्या किन कारणो से हुई है. इसका खुलासा मंगलवार को देर शाम तक नहीं हो सका. एसपी देर शाम तक शिकारपुर थाना में जम रहे. स्थानीय अधिकारी केवल यही बता रहे हैं कि मामले का जल्द उदभेदन होगा. सही गुनाहगार पुलिस के सामने होगा.
मल्दहिया में फिरौती अपहरण और हत्या की यह पहली वारदात
मल्दहिया गाव में छात्र इम्तियाज की हत्या को लेकर ग्रामीणो में आक्रोश है. ग्रामीण जहा पुलिस की कार्य शौली पर सवाल उठा रहे हैं. वही इस प्रकार पहली पहली वारदात को लेकर सकते में है. पंचायत के मुखिया मो सनाउल्लाह समेत ग्रामीण मौलाना अमिरूद्यीन, सरंपच कमरूल होदा, लालबाबु, मकबुल आलम आदि का कहना है कि मल्दहिया में इस प्रकार की यह पहली घटना है. वो भी फिरौती के लिए अपहरण और फिर हत्या जैसी वारदात झकझोर देने वाली है. वह ग्रामीण पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि फिरौती और अपहरण जैसे मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया उल्टे परिजनों पर ही इम्तियाज को गायब करने को लेकर शक किया जाता रहा.
चैलेंज बना इम्तेयाज का मर्डर का खुलासा
छात्र इम्तेयाज का मर्डर का खुलासा पुलिस के लिए चैलेंज बन गया है. अपराधियों ने बड़े ही चालाकी से हत्या की घटना को अंजाम देकर इम्तेयाज के शव को बेतिया पुलिस जिला से हटा कर बगहा पुलिस जिला में फेंक दिया. हत्यारे शातिर है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिकारपुर पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए हत्यारे रामनगर के तौलाहा में लाश को ठिकाने लगा दिया. हालांकि शिकारपुर पुलिस सोमवार को रामनगर थाना क्षेत्र में ही इम्तेयाज का पता लगने पर छापेमारी कर रही थी. लेकिन पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा. उल्टे मंगलवार को उसकी लाश रेल लाईन के किनारे मिलने से पुलिस भी हतप्रभ रही.
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