बेतिया. सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी का 556वें प्रकाश पर्व विगत एक सप्ताह से हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस क्रम में बुधवार को कीर्तन दरबार, अखंड पाठ, आरती का आयोजन किया गया. गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथी भाई करमजीत सिंह ने बताया कि इस वर्ष आदर्श आचार संहिता के कारण नगर कीर्तन का आयोजन नहीं किया गया. तीन दिनों से गुरुद्वारे में अखंड पाठ व कीर्तन दरबार का आयोजन हो रहा था. तीन दिनों से दरबार सजा हुआ है. रागी जत्था के सदस्यों ने मनोहर कीर्तन से संगत को निहाल किया. उन्होंने बताया कि गुरुनानक देव जी का कीर्तन करो, बांटकर खाओ और प्रभु का सिमरन करो, मुख्य संदेश है. वही इस आयोजन के पूर्व लगभग पांच दिनों तक सिख समुदाय के श्रद्धालुओं द्वारा अहले सुबह प्रभात फेरी निकाल कर नगरवासियों के बीच गुरुवाणी का गायन किया गया. अखंड पाठ के पश्चात गुरुद्वारा में लंगर का आयोजन किया गया.
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