बेतिया. साइबर थाना खुलने के बाद साइबर अपराधियों के खिलाफ अपराध के जांच में तेजी आई है. लेकिन साइबर अपराध पर नियंत्रण नहीं लग सका. विगत जुलाई माह में साइबर अपराधियों ने जिले में 124 लोगों को ठगी का शिकार बनाया. ठगी के शिकार बने लोगों ने साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई. इनमें से आठ मामले साइबर थाना में दर्ज किया गया. साइबर थाने की डीएसपी गौतम शरण ओमी ने बताया कि जुलाई माह में 26,52,107 रुपये होल्ड कराया गया है. जुलाई में 28 हजार रुपये पीड़ितों के खाता में वापस कराया गया. जबकि जुलाई में आठ मामले साइबर थाना में दर्ज किया गया. विदित हो कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए सरकार लगातार जागरूकता अभियान चला रही. ठगी से बचने के लिए लोगों को सचेत किया जा रहा है. बावजूद साइबर क्राइम के मामले में कमी नहीं आ रही है. साइबर अपराधी नए-नए तरीके से लोगों को ठग रहे है. लोगों को झांसे में लेकर आसानी से अपने जाल में फंसा उनके खून पसीने की कमाई पल भर में उनके खाते से निकालकर उन्हें कंगाल कर देते हैं. साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. साइबर अपराध पर लगाम के उद्देश्य से नौ जून 2023 को बेतिया में साइबर थाना खोला गया. साईबर डीएसपी गौतम शरण ओमी ने कहा है कि कोई भीव्यक्ति किसी साईबर अपराधियों के चंगुल में नही पड़े, इसके लिए लगातार जागरुकता चलाया जा रहा है. फिर भी थोड़ी सी लालच में आकर आमजन अपने जीवन की कमाई को साईबर अपराधियों को सौंप दे रहे हैं. उन्होंने किसी भी अनजान नंबर या मैसेज आने पर लालच में नही पड़ने की सलाह दी है. यदि किसी कारणवश उनके साथ धोखा हो जाता है तो तत्काल 1930 पर कॉल करने की भी बात कही है.
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