वाल्मीकिनगर. नवलपरासी जेल से भागे भारतीय कैदियों को पकड़ कर वापस कारागार में लाने के लिए नेपाल पुलिस के द्वारा भारतीय सीमा पर तैनात एसएसबी तथा पुलिस से समन्वय किया जाएगा. नवलपरासी कारागार के प्रमुख विकल श्रेष्ठ ने बताया कि नेपाल में आठ सितंबर को जेन जी के बैनर तले छात्रों के द्वारा किया गया आंदोलन का फायदा उठाते हुए बुधवार को नवलपरासी जेल में आगजनी कर जेल के सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों में से छह सुरक्षाकर्मी को अपने कब्जे में लेकर जेल में बंद कैदी जेल से फरार हो गए थे. फरार हुए कैदियों में 41 भारतीय कैदी भी शामिल है, जो ड्रग्स सहित विभिन्न मामले में नवलपरासी जेल में बंद थे. नवलपरासी जिला पुलिस कार्यालय के सूचना अधिकारी तथा डीएसपी विरदत्त पंत ने बताया कि जेल से भागे कैदियों को वापस कारागार में लौटने का आह्वान किया गया है. जेल से भागे कैदी अगर स्वयं वापस लौट आते है तो उन पर कोई अतिरिक्त मामला नहीं लगाया जाएगा. पुलिस के आह्वान के बाद जेल से भागे कुछ कैदी संपर्क कर वापस भी लौट रहे हैं. बुधवार को जेल में बंद 576 कैदियों में से 547 कैदी जेल से फरार हो गए थे. जिनमें से सोमवार तक 87 कैदी जेल में आ चुके हैं. जेल से भागे नेपाल के कैदी तो वापस आ जाएंगे. अगर वह स्वयं वापस नहीं आते है तो नेपाल पुलिस उन्हें पकड़ कर लाएगी. लेकिन जेल से भागे वह सभी 41 भारतीय कैदी को स्वयं से कारागार में लौटना मुश्किल है. क्योंकि सभी कैदी वापस भारतीय सीमा में चले गए है. इसलिए जेल से भागे सभी भारतीय कैदियों को वापस कारागार में लाने के लिए नेपाल पुलिस के द्वारा भारतीय सीमा पर तैनात एसएसबी तथा वहां की पुलिस से समन्वय किए जाने की प्रयास किया जा रहा है.
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