बेतिया. रैयतों को लाभ पहुंचाने, जमाबंदी में खाता, खेसरा, रकबा में सुधार करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा चलाये गये राजस्व महाअभियान की सफलता को लेकर आयोजित बैठक में सीओ के नहीं पहुंचने पर सांसद ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने इसे एक जनप्रतिनिधि के साथ क्रूर मजाक बताया है. प.चंपारण के सांसद डा. संजय जायसवाल ने बताया कि बेतिया के अंचलाधिकारी द्वारा दूरभाष पर उन्हें सूचना दी गयी थी कि रविवार को दोपहर एक बजे राजस्व महाअभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन नगर निगम के सभागार में किया गया है. इस बैठक में विशेष रूप से आपकी उपस्थित अनिवार्य है. सांसद डॉ. जायसवाल राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से अपने पूर्व के निर्धारित सभी कार्यक्रमों को रद्द करते हुए ससमय पर बैठक में पहुंच गये, लेकिन वहां जाने पर पाया गया कि दो तीन कर्मियों को छोड़कर अंचलाधिकारी नहीं पहुंचे हैं. यहां तक कि उक्त बैठक में भाग लेने पहुंची अधिकारी ने भी बेतिया सीओ को दूरभाष पर जानकारी दी. स्वयं सांसद ने भी उनसे संपर्क स्थापित करने के प्रयास किया, लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो पाया. अंततः अंचल अधिकारी के नहीं पहुंचने पर 1.10 बजे तक उनका इंतजार किया और फिर नाराजगी जाहिर करते हुए सभागार से बाहर निकल गए. सांसद डॉ. जायसवाल ने उनके आने का 10 मिनट तक इंतजार किया, लेकिन अंचल अधिकारी के नहीं पहुंचने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और बाहर निकल गए. इस घटना ने अधिकारियों की कार्यशैली और जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिया है. सांसद को बुलाकर स्वयं अंचलाधिकारी के बैठक में नहीं आने की घटना से चर्चा का बाजार गर्म है. कुछ लोगों का मानना है कि अंचल अधिकारी की अनुपस्थिति प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है. इस मामले में अंचल अधिकारी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है.
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