बेतिया. बिहार राज्य अराजपत्रित संघ के आह्वान पर बुधवार चार सितंबर को समाहरणालय संवर्ग के समाहरणालय के लिपिक सहित प्रखंड व अंचल के सभी लिपिकों ने सरकार की नीतियों के विरोध तथा अपनी 10 सूत्री मांगों के लिए बांह पर काला पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी कर्मी निर्धारित समय पर कार्यालय आए और नियमित रूप से कार्यालय में कार्य करते रहे. भोजनावकाश के दौरान समाहरणालय सहित प्रखंड व अंचल के सभी कर्मी द्वारा बिहार राज्य अराजपत्रित संघ के बैनर तले अपने-अपने कार्यालय परिसर में गोलबंद होकर अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से नारे लगाए गए तथा अपनी असंतुष्टि दर्ज कराई गई. बिहार राज्य अराजपत्रित संघ एवं बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष, जिला मंत्री के प्रतिनिधित्व में कर्मियों के संघ द्वारा अपना मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर को सौंपा गया. उन्होंने कहा कि यदि सरकार शीघ्र वार्ता कर समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इनकी मुख्य मांगों में मैट्रिक उत्तीर्ण कर्मियों का वेतन ग्रेड पे 1900/लेवल 02 को इंटर स्तरीय होने के कारण मूल कोटि का वेतन ग्रेड-पे 2800/ लेवल 05 किया जाय एवं लिपिकीय संवर्ग के वेतन संरचना को पुनर्निधारित किया जाय. एक ही संवर्ग में नियुक्त लिपिकों (परीक्षा से उत्तीर्ण अनुकम्पा से चयनित/ खिलाड़ी कोटा से चयनित/प्रोन्नति से पदस्थापित) के लिये वेतन विसंगति को दूर करने के लिए राज्य सरकार ठोस कदम उठाये एवं लिपिकों के मूल पद पर नियुक्ति हेतु योग्यता मैट्रिक से बढ़ाकर इंटरमीडिएट कर दिया गया है, परन्तु वेतन ग्रेड-पे लेवल में कोई सुधार नहीं किया गया है। योग्यता के अनुसार वेतन ग्रेड-पे में सुधार किया जाए आदि शामिल हैं. योगापट्टी प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस कार्यालय में गुरुवार को कार्यपालक सहायकों ने अपनी मांगों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर कार्य किया. इस दौरान कार्यालय के कार्यपालक सहायक आदित्य कुमार, अभिषेक कुमार वर्मा और रितु राज कुमार ने बताया कि बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ, पटना के आह्वान पर जिले के सभी कार्यपालक सहायकों को चरणबद्ध आंदोलन में शामिल किया जा रहा है. इसी कड़ी में प्रखंड स्तर पर कार्यपालक सहायकों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य करते हुए सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया. जिला सहायक अध्यक्ष हिमांशु कुमार राम ने जानकारी दी कि आंदोलन की रूपरेखा पहले से तय की गई है. इसी के तहत 5 सितंबर को पश्चिम चंपारण जिले के सभी कार्यपालक सहायक जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस और कैंडल मार्च का आयोजन करेंगे. वहीं 7 सितंबर को सभी विभागों के कार्यपालक सहायक जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेंगे. स्थायीकरण व लंबित मांगों को ले कार्यपालक सहायकों ने काला बिल्ला लगाकर जताया आक्रोश नरकटियागंज.प्रखंड सह अंचल कार्यालय में कार्यरत कार्यपालक सहायकों ने गुरुवार को काला बिल्ला लगाकर अपनी मांगों के समर्थन में विरोध दर्ज कराया. बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के बैनर तले ईए कर्मियों ने स्थायीकरण एवं आधारभूत लंबित मांगों को सरकार से शीघ्र पूरा करने की मांग की. कर्मियों ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा गठित अशोक चौधरी रिपोर्ट को बिना विलंब लागू किया जाए. उन्होंने बताया कि अगस्त माह में आंदोलन प्रस्तावित था, लेकिन बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी द्वारा सकारात्मक पहल के आश्वासन पर इसे स्थगित कर दिया गया. बावजूद इसके सरकार ने अब तक ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष है.संघ ने ऐलान किया है कि 5 सितंबर को जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस व कैंडल मार्च निकाला जाएगा. 7 सितंबर को धरना-प्रदर्शन होगा. इसके बाद भी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 10 सितंबर से सभी कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल और अनशन शुरू करेंगे. मौके पर कार्यपालक सहायक विकास कुमार, राहुल देव रंजन, मनीष कुमार, भीम कुमार, रविशंकर कुमार, हैदर अली, राकेश कुमार, मुकेश कुमार, सलोनी कुमारी, दिव्या कुमारी, मो. नुरुल्लाह, गौरव कुमार, मोनू कुमार प्रदीप कुमार सहित अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

