रवि ””रंक”” : बेतिया
””””अटल इनोवेशन मिशन”””” के तहत जिला के दो प्लस टू स्कूलों में रोबोटिक साइंस व एआई की पढ़ाई होगी.नई शिक्षा नीति पर आधारित इस महत्वाकांक्षी के तहत बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के स्तर से बिहार भर के कुल 76 स्कूलों में पश्चिम चंपारण के भी दो स्कूलों का चयन किया गया है.इसमें जिला मुख्यालय के विपिन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और बगहा 2 (सिधाव) अंचल थरुहट एस एस प्लस टू स्कूल को चुना गया है.
यहां उल्लेखनीय है है कि भारत सरकार के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) के तहत स्थापित किए जाने वाला अटल टिकटिंग लैब रोबोटिक्स साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की स्कूली शिक्षा से अत्याधुनिक पढ़ाई की एक बड़ी और नई पहल है. इसका उद्देश्य किशोर और युवाओं नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है. अटल टिकटिंग लैब की स्थापना देश भर में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ही की गई है. इसकी स्थापना के पीछे विद्यार्थियों में स्कूली स्तर से ही इनोवेशन, क्रिएटिविटी व वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है. नवीनीकरण के गुण सीखाना, व्यक्तिगत कार्यों से विचारों को और बेहतर बनाने के साथ 21 वीं सदी की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति के लिए विद्यार्थियों में स्कूली स्तर से ही रचनात्मक, गहन विचार, डिजाइन रचना, समाजिक, अंतर सांस्कृतिक सहयोग व नेतृत्व क्षमता विकसित करना है.जिला शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि तकनीकी शिक्षा की नियामक एजेंसी अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा स्कूली स्तर के ही छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है.प्रशिक्षण से जुड़े जो कोर्स डिजाइन किए गए है, उनमें आइटी सेक्टर की मांग को ध्यान में रखा गया है, ताकि स्कूली स्तर से ही छात्र छात्राओं को ऐसे प्रशिक्षण के बाद किसी सरकारी क्षेत्र से लेकर किसी उपयुक्त निजी कंपनी में भी नौकरी प्राप्त हो सके या फिर वे अपना रोजगार शुरू कर सकें. इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि रोबोटिक एजुकेशन एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें इच्छुक छात्र- छात्राओं को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सिखाया जाता है.इस प्रकार की शिक्षा में छात्र- छात्राओं को रोबोटिक्स के मूलभूत सिद्धांतों, डिजाइन, निर्माण और प्रोग्रामिंग के बारे में सिखाया जाएगा.रोबोटिक एजुकेशन के माध्यम से छात्रों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार किया जाएगा. डीइओ श्री सिंह ने यह भी बताया कि पढ़ाई के बाद सक्षम विद्यार्थियों के इंनर्टशिप के लिए सरकार और शिक्षा विभाग के स्तर से संबंधित क्षेत्र के निजी कंपनियों की मदद लिए जाने के योजना की तैयारी है.
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