मझौलिया/इनरवा . मझौलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एम्बुलेंस चालक व इमरजेंसी टेक्नीशियन अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. उक्त जानकारी एम्बुलेंस चालक रविशंकर सिंह तथा टेक्नीशियन दीपेश कुमार सिंह ने दी. इनका कहना था कि कुशल प्रशिक्षण होने के बावजूद आज भी महज ग्यारह हजार रुपए पर 12 घंटे ड्यूटी करने पर मजबूर हैं, जो बंधुआ मजदूर से भी बद्तर है. इन लोगों का आरोप है कि राज्य स्वास्थ्य समिति निजी कंपनी को खुली छूट दे चुकी है. कंपनी समान काम का समान वेतन दे. जिसके चलते एंबुलेंस चालक व टेक्नीशियन का शोषण हो रहा है. इस मौके पर एंबुलेंस चालक रवि शंकर सिंह, रामदरश महतो, राजा कुमार, रविंद्र यादव, लालू महतो, कृष्णा महतो सहित इमरजेंसी टेक्नीशियन दीपेश कुमार सिंह, धनी लाल महतो, जसवंत सिंह, रंजन प्रसाद, पिंटू कुमार, तथा प्रमेश कुमार शामिल हैं. इनरवा प्रतिनिधि के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनाटांड़ में गुरुवार को एम्बुलेंस सेवा के एमटी एवं ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. इस हड़ताल के चलते इलाके की एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह ठप हो गई हैं. एम्बुलेंस चालक शेषनाथ यादव, मो. सलाउद्दीन, मंटू शुक्ला, गौतम यादव, मो. असलम, सिंकु सिंह और एमटी धनंजय यादव, तहसीन आजम, सुभाष कुमार, मेराज हुसैन, संदीप यादव आदि का कहना है कि उनकी लंबे समय से लंबित मांगों पर कोई ठोस पहल नहीं की गई. मजबूरन उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल का सहारा लेना पड़ा है. इधर एम्बुलेंस सेवा बंद होने से प्रखंड क्षेत्र के मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आपातकालीन स्थिति में रोगियों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ गया है. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाला जाए ताकि मरीजों को राहत मिल सके.
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