चेरियाबरियारपुर. रविवार को क़ांवर किसान मजदूर महासभा के बैनर तले हरसाइन पुल के पास बन रहे चेक डेम के समीप विरोध सभा आयोजित की गई. जिसमें मौजूद किसानों ने प्रशासन के बीच चल रहे गतिरोध पर नाराजगी व्यक्त करते दिखे. उक्त विरोध सभा के माध्यम से स्थानीय किसानों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन प्रशासनिक कार्य छोड़ कर पूर्णतः राजनीति कर रही है. किसान नेता जयशंकर भारती ने कहा कि हम किसान विरोध को पूर्णतः संवैधानिक तरीके से आगे ले जाना चाहते है. इस बाबत हमारी समिति स्थानीय सांसद एवम जिलाधिकारी बेगूसराय को चेक डेम बनने के बाद होने वाले समस्याओं से अवगत कराते हुए काम रोकने की मांग की. जिलाधिकारी महोदय द्वारा अनुमण्डलधिकारी मंझौल एवं बखरी के नेतृत्व में एक जांच समिति भी बनाई. जिस जांच समिति ने निर्माण स्थल पर पहुंच कर माना भी की आसपास के क्षेत्र में इस चेक डेम के निर्माण से जलजमाव की बड़ी समस्या हो सकती है. कुछ दिनों तक काम रुके रहने के बाद बिना किसी किसानों की जानकारी के फिर से काम को शुरू कर दिया गया. वही किसानों का एक साथ कहना हुआ कि 35 साल से हमारी कोई बात सरकार सुन नहीं रही है. तथा प्रशासन लगातार धोखा देने का काम कर रही है. जब हमारे जनप्रतिनिधियों की भी बात प्रशासन नही सुन रही है तो लगता है कि भारतीय लोकतंत्र में हमारा वजूद ही नही है. स्थानीय किसान रितेश कुमार ने बताया कि क़ाबर के आसपास के 10 गांव से लगभग किसानों ने सभा में भाग लिया. और एक स्वर में सबने कहा कि अगर सरकार जल्द इसपर अपना फैसला नही लेती है. तो आसपास के 20 गांव आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे. और क़ाबर के आसपास के क्षेत्र में किसी भी राजनैतिक पार्टी को चुनाव में प्रचार नही करने दिया जाएगा. सभा किसान नेता बल्लभ बादशाह, अनमोल कुमार शरण, विजय सिंह, कन्हैया कुमार, देव निरंजन भारती, शंभू वर्मा, महेंद्र यादव, बासुकीनाथ यादव सहित अन्य मौजूद थे.
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