बेगूसराय(नगर) : राष्ट्रीय उच्च पथ 31 मालगोदाम के समीप से जिले भर से सैकड़ों की संख्या में पासी समाज के लोग जुलूस निकाल कर शहर में नारेबाजी करते हुए समाहरणालय चौक पहुंचे.
ताड़ी बंदी को लेकर पासी समाज के लोगों का आक्रोश चरम पर था. समाहरणालय पर पहुंचे ही पासी समाज का हुजूम नारेबाजी करते हुए समाहरणालय के मुख्य गेट से अंदर जाने का प्रयास किया. लेकिन पूर्व से सुरक्षा कर्मियों के तैनात रहने से इन आक्रोशित लोगों को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया. इस दौरान आंदोलनकारियों ने गांधी स्टेडियम की तरफ से भी समाहरणालय के अंदर जाने का प्रयास किया लेकिन वहां भी तैनात सुरक्षा कर्मियों के चलते अंदर जाने नहीं दिया गया. सुरक्षा में लगे कर्मियों ने आंदोलनकारियों को समझा-बुझा कर शांत करने का प्रयास किया.
इस दौरान दक्षिणी द्वार पर शांतिपूर्वक अपनी बात आंदोलनकारियों को रखने के लिए कहा गया. इसके बाद सभी आंदोलनकारी समाहरणालय के दक्षिणी द्वार पर जमा हो गये और प्रदर्शन सभा में तबदील हो गया. पासी समाज का नेतृत्व समाज के जिलाध्यक्ष संजीव चौधरी ने किया. श्री चौधरी ने कहा कि हम पासी समाज के लोग अंग्रेज के शासन काल से ही ताड़ी का काम करते आ रहे हैं. यह हमलोगों का पुश्तैनी रोजगार है. इसी व्यवसाय के जरिये
अपने परिवार का भरण-पोषण करते आ रहे हैं. सरकार के इस निर्णय से हमलोगों का परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है. इस मौके पर तेघड़ा के मदन चौधरी ने कहा कि एक तरफ नीतीश-लालू की सरकार पासी समाज को महादलित की श्रेणी में रखने का काम करती है वहीं हमलोगों को बेरोजगार बना कर भूखे रहने के लिए भी विवश कर रही है. बखरी के जगदीश चौधरी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से अब हमलोग अपना घर -परिवार कैसे चला पायेंगे. इस मौके पर आक्रोशित लोगों ने जिला प्रशासन से अपनी मांगों को बिहार सरकार तक पहुंचाने की अपील की.