सीएम ने कीं बेगूसराय व समस्तीपुर में चुनाव सभाएं
बेगूसराय/समस्तीपुर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बेगूसराय व समस्तीपुर में चुनाव सभाओं को संबोधित किया. बेगूसराय में एनडीए प्रत्याशी गिरिराज सिंह के समर्थन में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में विश्व स्तर पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ी है.
आज विश्व समुदाय देश को सम्मानजनक दृष्टि से देखने लगा है. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र की मोदी सरकार का भी अहम योगदान है. केंद्र सरकार ने 50 हजार करोड़ की योजना राज्य में सड़क निर्माण के लिए दी है. वहीं बेगूसराय में बंद पड़े खाद कारखाना एवं रिफाइनरी के विस्तारीकरण के लिए सात हजार करोड़ रुपये की मदद केंद्र सरकार ने की है.
सिमरिया के राजेंद्र सेतु पर लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाने के लिए उसके समानांतर सिक्स लेन का रेल सह सड़क पुल का निर्माण कराया जा रहा है. आज बिहार की विकास दर देश के अन्य राज्यों से ज्यादा है, जो 11.3 फीसदी की औसत से आगे बढ़ रही है. आजादी के बाद से पंचायत चुनाव में आरक्षण नहीं दिया गया था. हमने महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देकर बराबरी में खड़ा किया है.
उन्होंने वोटरों से एनडीए सरकार के द्वारा किये गये कामों के आधार पर वोट देने की अपील की. समस्तीपुर जिले के उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में आयोजित सभा में सीएम ने कहा कि राजनीति कुछ लोगों का धंधा है़ उनका एक ही उद्देश्य है सत्ता में आयें और धन कमायें. उन्होंने लोगों से केंद्र में मोदी की सरकार बनाने की अपील की.
बिहार का कोई इलाका नहीं बचा है जहां विकास का काम नहीं हुआ है़ सड़क, बिजली, अस्पताल ही नहीं, टाल दियारा और पहाड़ी इलाकों में भी काम हुआ है़ हम काम के आधार पर वोट मांगते हैं, बहुत से लोगों का काम में दिलचस्पी नहीं है़ उनकी दिलचस्पी समाज में झगड़ा पैदा करने में है़ उन्होंने देश में फिर से मोदी सरकार बनाने के लिए उजियारपुर के भाजपा प्रत्याशी नित्यानंद राय को जिताने की अपील की़
2022 तक हर गांव हर गली में पक्की सड़क
सीएम ने कहा कि 2022 तक हर गांव हर गली में पक्की सड़क और पक्की नाली बना दी जायेगी. पहले चैत और वैशाख में भी गांव की सड़कों पर पैर में कादो लगता था़ अब स्थिति बदल गयी है़ 2020 तक हर घर पेयजल पहुंचा दिया जायेगा़ 90 फीसदी बीमारी अशुद्ध पेयजल और खुले में शौच के कारण होती है़ हर घर शौचालय निर्माण कराया जा रहा है़ पहले किसी गांव में बिजली नहीं थी़ आज बिहार के हर घर में बिजली है़ खेतों के लिए अलग से बिजली दी जा रही है़ मदरसा शिक्षकों को सामान्य शिक्षकों की तरह पैसे दिये जायेंगे़