परिजनों में मचा कोहराम, शोक-संवेदना के लिए पहुंचे लोग
रघुनंदनपुर गांव में ठनके ने बरपाया कहर
घटनास्थल पर मौजूद लोग अपनी आंखों से आंसू को रोक नहीं पाये
भगवानपुर : तेयाय ओपी क्षेत्र की काजीरसलपुर पंचायत स्थित रघुनंदनपुर गांव के लोगों को यह पता नहीं था कि रविवार का दिन इस गांव के लिए अशुभ साबित होगा और एक साथ इस गांव से तीन बच्चों की अरथियां निकलेंगी. इस घटना को लेकर पूरे इलाके के लोग जहां स्तब्ध हैं वहीं पीड़ित परिवारों के घर मातम पुरसी के लिए लोगों का पहुंचना जारी है.
प्रतिदिन की भांति बच्चे खेलने के लिए हुए थे जमा :गांव के मही बाबा स्थान में प्रतिदिन बच्चे खेलने के लिए पहुंचते थे. खेलने के बाद वापस बच्चे अपने-अपने घर लौटते थे. इसी के तहत रघुनंदनपुर निवासी दिलीप चौधरी का 10 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार, राजकुमार सिंह का 12 वर्षीय पुत्र आनंद कुमार एवं टुनटुन साह का 11 वर्षीय पुत्र दाता राम कुमार खेलने के लिए उक्त जगह पर पहुंचा था. मौसम ठीक नहीं रहने के वजह से इन बच्चों के घर के लोग खेलने के लिए जाने से मना कर रहे थे लेकिन बच्चे घर वालों की बात नहीं मानते हुए खेलने के लिए पहुंच गये. बताया जाता है कि बच्चे खेल ही रहे थे कि मौसम अचानक अत्यंत ही खराब हो गया और जोरदार बारिश के साथ बिजली का छिंटकना शुरू हो गया. तेज बारिश में बच्चे जब तक घर के लिए जाते तब तक ठनके ने आसमान से जमीन पर गिरते हुए इन बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया. ठनके की चपेट में आते ही तीनों बच्चों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया.
ठनका गिरते ही आसपास के लोगों की जुटी भीड़ :जैसे ही ठनका गिरने की खबर लोगों तक पहुंची कि घटना स्थल पर भीड़ जमा हो गयी. बच्चों की पहचान होते ही परिजनों को लोगों को सूचना दी. इसके बाद मृत बच्चों के परिजन चीत्कार मारते हुए घटनास्थल पर पहुंच गये. पीड़ित परिवार के चीत्कार से पूरा वातावरण गमगीन हो गया. घटनास्थल पर मौजूद लोग अपनी आंखों से आंसू को रोक नहीं पाएं.
आब केना जीबै हो बाबू… :आब केना जीबै हो बाबू हमर बेटा केय अकारथ जीवन चैल गेलै हो बीडीओ साहेब. यह दर्द विदारक बातें चीत्कार मार कर मृतक दाता राम की मां सुनीता देवी अपने सामने बेटे को मृत अवस्था में देख कर विलाप करते हुए कह रही थीं. पुत्र के गम में वह कई बार बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ीं. इसके बाद स्थानीय लोगों ने सांत्वना दी. वहीं मृतक शुभम कुमार की मां रेणु देवी रोते-बिलखते कह रही थीं कि हम भगवन केय की बिगारलियन जे हमर बच्चा क जान ले लेलखिन. वहीं मृतक आनंद की मां रूबी कुमारी रो-रो कर कह रही थी कि हम नै जानै रिहयै कि हमर बेटा ठनका स मैर जेतै तब हम खेलाइयो ल जायल नै देतियै. इस हादसे में मृत शुभम दो भाई में छोटा भाई था. वहीं आनंद अपने परिवार में इकलौता पुत्र था. अब आनंद की मौत हो जाने के बाद उनके परिवार का चिराग ही बुझ गया. वहीं दाता राम दो भाई एक बहन में सबसे छोटा भाई था.
तीनों बच्चों की मौत से गमगीन है विद्यालय परिवार
ठनके से मृत तीनों बच्चे उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकयदुपति रघुनंदनपुर के छात्र थे. शुभम 5वें वर्ग, आनंद चौथी वर्ग एवं दाताराम 7वां वर्ग में पढ़ाई करता था. एक साथ इन तीनों छात्रों की मौत पर दुखी विद्यालय के प्रधानाध्यापक छोटू कुमार ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा भगवान ने कैसी लीला रची कि मेरे ही विद्यालय के तीन छात्रों की जान ले ली. रविवार होने के चलते सोमवार को विद्यालय में शोकसभा का आयोजन कर तीनों बच्चों के प्रति श्रद्धांजलि विद्यालय परिवार के द्वारा अर्पित किया जायेगा.
सांत्वना देने के लिए पीड़ित के घर लगा मेला
ठनका से तीन बच्चों की मौत के बाद पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए लोगों का मेला लगा हुआ है. बीडीओ अजय कुमार, सीओ कुमार नलिनीकांत, मुखिया प्रणव भारती, उपप्रमुख आजय कुमार सिंह, सरपंच हरिकांत चौधरी, पैक्स अध्यक्ष आनंद कुमार, दुग्ध समिति के अध्यक्ष शिवनाथ चौधरी आदि पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर सांत्वना दी. आसपास के लोगों ने इस घटना को अत्यंत ही दु:खद बताया. पूरे इलाके में गम का वातावरण बना हुआ है. तीनों बच्चों की एक साथ अरथियां उठने के गम में गांव के अधिकांश घरों में रविवार की शाम चूल्हे नहीं जल पाये.