Advertisement
योगदान को लेकर कार्यालय का चक्कर लगा रहीं शिक्षिका
बछवाड़ा : प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर तीन पंचायत के वार्ड संख्या 13 में स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की एक नियोजित शिक्षिका विभागीय लापरवाही व प्रभारी एचएम की मिलीभगत के कारण महीनों से कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर है. वर्ष 2006 में जनसंख्या की दृष्टिकोण व मध्य विद्यालय दूर रहने के कारण इस विद्यालय का […]
बछवाड़ा : प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर तीन पंचायत के वार्ड संख्या 13 में स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की एक नियोजित शिक्षिका विभागीय लापरवाही व प्रभारी एचएम की मिलीभगत के कारण महीनों से कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर है. वर्ष 2006 में जनसंख्या की दृष्टिकोण व मध्य विद्यालय दूर रहने के कारण इस विद्यालय का निर्माण किया गया था.
उक्त नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक और एक शिक्षिका की नियुक्ति की गयी. विद्यालय में नियुक्ति के कुछ दिनों बाद ही शिक्षक और शिक्षिका के बीच विद्यालय के कार्यकलाप और अन्य मामलों को लेकर अनबन होना शुरू हो गया. विवाद इतना आगे बढ़ गया कि इस मामले में जनप्रतिनिधि समेत पदाधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा. जिस कारण प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय शर्मा का स्थानांतरण नियोजन इकाई द्वारा प्राथमिक विद्यालय सुरों संस्कृत में किया गया. लगभग सात माह बाद उक्त स्थानांतरण को प्रतिनियोजन दिखा कर प्रतिनियोजन रद्द कर उक्त शिक्षक को पुन: मूल विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त कर दिया गया. और नियोजित शिक्षिका सुलेखा कुमारी को एक शिक्षकीय नवसृजित प्राथमिक विद्यालय आलमपुर सुरों में प्रतिनियुक्त कर दिया गया. करीब एक वर्ष बाद उक्त विद्यालय का सामंजन प्राथमिक विद्यालय सुरों संस्कृत में कर दिया गया. जिसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के आदेशानुसार उक्त शिक्षिका का प्रतिनियोजन रद्द कर मूल विद्यालय में योगदान का पत्र निर्गत कर दिया गया. कार्यालय द्वारा पत्र निर्गत होने के बाद उक्त शिक्षिका जब अपने मूल विद्यालय में योगदान करने के लिए गयी तो विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय शर्मा ने शिक्षिका का योगदान लेने से मना कर दिया. उक्त मामले में शिक्षिका ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप से आवेदन देकर शिकायत की. जिसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय में योगदान करवाने की कोशिश की लेकिन जब प्रभारी प्रधानाध्यापक ने फिर भी योगदान नहीं लिया तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षिका का योगदान बीआरसी कार्यालय में करवा दिया. शिक्षिका सुलेखा कुमारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को कई बार लिखित रूप से आवेदन देकर मूल विद्यालय में योगदान करवाने की मांग कर चुकी हैं. लेकिन मामले में अब तक किसी भी तरह से विभागीय हस्तक्षेप नहीं हुई है. मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि तत्काल उक्त शिक्षिका को प्राथमिक विद्यालय सुरो संस्कृत में योगदान करने के लिए पत्र निर्गत किया गया है. पंचायत सचिव के साथ बैठक कर एक सप्ताह के अंदर मामले का निष्पादन कर दिया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement