-रेफरल अस्पताल व चांदन पीएचसी सहित अन्य सेंटरों में लगे कैंप कटोरिया. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सोमवार को रेफरल अस्पताल कटोरिया व चांदन पीएचसी द्वारा अलग-अलग जगहों पर आयोजित जांच शिविर में पहुंची कुल 804 गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच किया गया. कटोरिया में 402 व चांदन में 402 गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच अलग-अलग मेडिकल टीमों द्वारा किया गया. कटोरिया में रेफरल अस्पताल के अलावा अन्य स्वास्थ्य उपकेंद्रों व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में गर्भवती महिलाओं व पेट में पल रहे नवजात का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच हुआ. साथ ही जरूरी दवाईयां व उचित परामर्श भी दिए गए. सभी चिकित्सा संस्थानों में बनाए गए अलग-अलग काउंटरों पर हीमोग्लोबिन, वजन, बीपी, सुगर सहित अन्य जरूरी जांच किए गए. ताकि प्रसव के उपरांत जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ व सुरक्षित रहें. इस क्रम में रेफरल अस्पताल कटोरिया में 196, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इनारावरण में 35, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मोथाबाडी में 44, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमदाहा में 39 व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयपुर में 88 गर्भवती महिलाओं की जांच हुई. शिविर को सफल बनाने में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा विनोद कुमार, हेल्थ मैनेजर अमरेश कुमार, चिकित्सक डा अमित महाजन, डा मुकेश कुमार, डा अरूणिमा, डा आरफा हुसैन, एएनएम स्नेहलता कुमारी, इंदु कुमारी, किरण कुमारी, काजल कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, प्रीति कुमारी, स्वास्थ्यकर्मी दिनेश कुमार, संजय कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार, शिवनारायण प्रसाद के अलावा सभी आशा कार्यकर्ताओं व आशा फेसिलिटेटरों ने अहम भूमिका निभायी. -चांदन प्रखंड के सभी शिविरों में पहुंची गर्भवती महिलाएं चांदन. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आयोजित शिविर में कुल 402 गर्भवती महिलाओं का हेल्थ चेकअप हुआ. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन में 247, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सुईयां में 58 व उपस्वास्थ्य केंद्र भैरोगंज में 97 महिलाओं की जांच की गयी. गर्भवती महिलाओं को आम, केला व अंडा पौष्टिक आहार का भी वितरण किया गया. मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आशिष कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है. डॉ प्रीति कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अत्यधिक रक्तस्त्राव से महिला की जान जाने की संभावना सबसे अधिक होती है. प्रसव पूर्व जांच में यदि खून की कमी होती है, तो ऐसी स्थिति में महिलाओं को आयरन की गोली के साथ पोषक पदार्थों के सेवन करने की सलाह भी दी जाती है. इस मौके पर डॉ शशिकांत, डॉ जयकिशोर, स्वास्थ्य प्रबंधक परशुराम सिंह, जीएनएम यादराम जाटव, इन्द्राणी कुमारी, वीणा कुमारी, रुपम कुमारी, शिखा चौधरी, सुषमा कुमारी, बबिता कुमारी सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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