बांका :बिहारके बांका जिले के कटोरिया प्रखंड के हड़हार पंचायत अंतर्गत तीनडोभा गांव निवासी कृष्णदेव यादव व प्रियंका देवी के इकलौते संतान पीयूष कुमार (2वर्ष) की मौत तेज बुखार व चमकी आने के बाद हो गयी. बुखार व चमकी शुरू होने के चौबीस घंटे के भीतर ही मासूम की हुई मौत से इलाके के अभिभावकों में सनसनी फैल गयी है. लोग मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मासूमों की हो रही मौत की घटना को लेकर काफी सशंकित भी हैं.
इधर, इस मामले की सूचना मिलते ही रेफरल अस्पताल कटोरिया से डाॅ. नरेश प्रसाद के नेतृत्व में मेडिकल टीम तीनडोभा गांव पहुंची. जांच-पड़ताल के बाद चिकित्सक डाॅ. नरेश प्रसाद ने मासूमकी मौत की वजह चमकी बुखार की पुष्टि तो खुलकर नहीं की. लेकिन, उन्होंने आशंका जतायी कि यह इंसेफेलाइटिस या पायोजेनिक बैक्टिरियल मैनिजाइटिस का रूप भी हो सकता है. चिकित्सक ने साफ शब्दों में कहा कि यह लू से हुई मौत नहीं है. उन्होंने लोगों से कहा किसी भी बच्चे को बुखार या झटका (चमकी) आये, तो तुरंत अस्पताल में भर्ती कराएं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत रविवार की शाम से पीयूष को बुखार शुरू हुई. सोमवार की सुबह दस बजे से बुखार तेज हो गयी. साथ ही उसे चमकी भी आने लगी. रह-रहकर हाथ-पैर अकड़ने लगा. आनन-फानन में उसे कटोरिया स्थित एक प्राइवेट क्लिनिक ले जाया गया. जहां से उसे देवघर ले जाने की सलाह दी गयी. देवघर सदर अस्पताल में चिकित्सकों की हड़ताल रहने के कारण मासूम का उपचार तो नहीं हुआ. लेकिन, स्वास्थ्यकर्मियों ने चमकी बुखार का हवाला देते हुए तुरंत पटना ले जाने की सलाह दी.
फिर उसे बाजला चौक स्थित डा पीके झा के क्लिनिक ले जाया गया. वहां भी उसे पटना पीएचसीएच ले जाने को कहा गया. एयरकंडीशन एंबुलैंस से पीयूष को पटना ले जाया जा रहा था. रात्रि करीब ढाई बजे पीएमसीएच से करीब दो किलोमीटर पहले ही पीयूष ने दम तोड़ दिया. मंगलवार की सुबह शव को वापस तीनडोभा गांव लाया गया. जहां परिजनों में कोहराम मच गया.