जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने नहीं सुनी फरियाद 20 दिन में लाखों का पुल बनकर तैयार, ग्रामीणों में खुशी का माहौल फोटो नंबर-2-पुल निर्माण में जुटे ग्रामीण प्रतिनिधि, औरंगाबाद ग्रामीण. गोह प्रखंड की बनतारा पंचायत के ओरानी गांव के ग्रामीणों ने बगैर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग लिये नहर पुल का निर्माण कर अपनी परेशानियों को खत्म कर दिया. ज्ञात हो कि ओरानी गांव स्थित माली लाइन नहर पर पुल नहीं बनने से ग्रामीण आक्रोशित थे. ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों के यहां पुल के लिए चक्कर काट रहे थे, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. आश्वासन में ही वर्षों बीत गये. अंतत: ग्रामीणों ने बैठक कर खुद के ही सहयोग से नहर पर पुल निर्माण का संकल्प लिया. ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के बाद से इस गांव को जनप्रतिनिधि छलते आये हैं. पुल बनाने का आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही अपना वादा भूल जाते हैं. ग्रामीणों की मानें, तो बरसात के दिनों में नहर में पानी भर जाता है. ग्रामीणों को नहर के उस पार जाने के लिए करीब 700 मीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी. गांव में पुल नहीं होने के कारण बच्चों की भी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. बारिश के दिनों के लोग घरों में कैद हो जाते थे. दरवाजे तक बाइक भी नहीं पहुंचती. जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के झूठे आश्वासन के बाद ओरानी गांव के ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से आपसी सहयोग से पुल बनाने का निर्णय लिया. 20 दिनों में बनकर तैयार हुआ पुल ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 20 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद पुल तैयार हो गया है. पुल तैयार होने से 700 मीटर की दूरी 20 कदम में पूरी होने लगी. किसान व मजदूर पुल के निर्माण में श्रमदान कर रहे हैं. करीब पांच लाख रुपये की लागत से ग्रामीणों ने पुल को बनाकर तैयार कर दिया. ग्रामीण सोनू कुमार, विकास कुमार, कुमेश कुमार, मनोज मेहता, सनोज कुमार, पप्पू कुमार, कुंदन वर्मा, गजेंद्र सिंह, सोनू यादव, बबलू साव, रंजय कुमार आदि ने बताया कि पुल बनने से ग्रामीणों को लाभ मिलेगा. वैसे उत्साह का माहौल कायम हो गया है.
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