हसपुरा.
प्रतिदिन हर घंटे हसपुरा बाजार में सड़क जाम लगता है. भीषण गर्मी हो या जाड़ा-बरसात बाजार में गुजरना मुश्किल भरा होता है. सबसे ज्यादा परेशानी तो त्योहार व लगन के समय में होता है. बाजार से वाहन को पार करने में घंटों लगता है. जाम से मरीजों के वाहन एंबुलेंस को अस्पताल पहुंचना मुश्किल रहता है. इससे निजात दिलाने के लिए बाइपास निर्माण का सपना हर जनप्रतिनिधियों द्वारा दिखाया जाता है. गाहे-बेगाहे सूचना भी दी जाती है कि बाइपास निर्माण का सारी प्रक्रिया पूरी हो गयी है. बजट भी बन गया है, लेकिन सब ढांक के तीन पात वाली कहावत साबित हो रहा है. हसपुरा बाजार के नरसंन मोड़, पुरानी थाना मोड़, पटेल चौक, चौराही मोड़, कनाप रोड और ब्लॉक रोड सहित सभी जगहों पर सड़क जाम का सामना करना पड़ता है. जाम को देखते हुए कभी कभार पुलिस भी जाम छुड़ाने आती है, बावजूद जाम की समस्या गंभीर बनी रहती है. बाजार क्रॉस करने में अतिरिक्त समय देना पड़ता है. अतिक्रमण से ही जाम की समस्या हसपुरा बाजार में गंभीर बनी हुई है.अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव भी है नाकाम
हसपुरा सड़क जाम का चुनावी मुद्दा बनता तो है, लेकिन मुद्दे पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव में बाइपास का मुद्दा प्रमुख था. पंचायत समिति की बैठक से लेकर विधानसभा में प्रश्न उठता रहा, लेकिन अब तक सिर्फ सवाल बनकर ही रह गया. मौआरी गांव के दिव्यांग शिक्षक डॉ ज्योति नारायण, डुमरा गांव के सवेरा दिव्यांग फाउंडेशन के प्रखंड अध्यक्ष सागर कुमार, टनकुपी के मुकेश कुमार बताते हैं कि बाजार से होकर ब्लॉक जाने में घंटों समय लग जाता है. हसपुरा में बाईपास चुनावी जुमला बनकर रह गया है. हसपुरा सीओ कौशल्या कुमारी बताती हैं कि बाजार में जाम की समस्या से अवगत हूं. इसके लिए सड़क की मापी कराकर अतिक्रमण हटाया जायेगा. प्रयास होगा कि जल्द जाम से लोगों को मुक्ति मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है