औरंगाबाद शहर. शहर के अधिवक्ता संघ भवन में विश्व पर्यावरण दिवस पर जनेश्वर विकास केंद्र एवं जन विकास परिषद के तत्वावधान में पर्यावरण रक्षक सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष रामजी सिंह ने की. कार्यक्रम का उद्घाटन जेल अधीक्षक डॉ दीपक कुमार, चपरा धाम के संस्थापक अशोक कुमार सिंह, प्रो शिवपूजन सिंह, प्रो रामाधार सिंह, साहित्यकार रामकिशोर प्रसाद सिंह, ज्योतिषाचार्य शिव नारायण सिंह, सुमन लता, प्रो दिनेश प्रसाद सिंह, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संजय सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद जन विकास परिषद के उपाध्यक्ष रामचंद्र सिंह, वीरेंद्र कुमार सिंह, अशोक सिंह ने अतिथियों को फूल माला तथा मेमेंटो देकर सम्मानित किया. पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शहर के चयनित लोगों को सम्मानित किया गया. इसमें नदी बचाओ अभियान के प्रति अपने सजग और लोगों में जागरूकता लाने के लिए अधिवक्ता देवकांत कुमार सिंह एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत गोल्डी सिंह, बड़े पैमाने पर पौधारोपण करने के लिए रामाशीष सिंह, पूजा सिंह, धीरेंद्र सिंह और अपने काव्य पाठ पर्यावरण के प्रति लोगों जागरूक करने के लिए लवकुश प्रसाद सिंह तथा धर्मेंद्र कुमार सिंह को प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटो देकर पर्यावरण रक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन करते हुए सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया किं इसके बाद स्वस्थ मानव जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण अनिवार्य विषय पर संगोष्ठी हुई. विषय प्रवेश कराते हुए विद्यार्थी ने कहा कि ऐसे लोगों को सम्मानित करने का मूल उद्देश्य है कि ताकि हर व्यक्ति को पर्यावरण रक्षा के प्रति जागरूक किया जाये. यदि हर व्यक्ति पर्यावरण के प्रति सजग होगा तभी हम सभी मिलकर पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने में सार्थक साबित होंगे. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे केवल पर्यावरण दिवस पर ही नहीं, बल्कि अन्य शुभ अवसरों पर भी पौधरोपण करें. पर्यावरण रक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करें. दीपक सिंह ने कहा कि बस तस्वीर में आने के लिए पौधारोपण करने से हम पर्यावरण की रक्षा नहीं कर सकते. उस पौधे की सेवा की भी जिम्मेवारी हम सबको उठानी होगी. प्रो शिवपूजन सिंह, रामाधार सिंह, दिनेश प्रसाद सिंह एवं अशोक सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि विकसित भारत का संकल्प पर्यावरण की रक्षा के बिना अधूरा होगा. उन्होंने कहा कि विकसित भारत, मजबूत भारत के साथ हमें हरित भारत भी बनाना है. सुमन लता, रामजी सिंह, रामकिशोर प्रसाद, शिव नारायण कहा कि जैसे जन्मदात्री मां बच्चे को जन्म देती है. पालन पोषण करती है. वैसे ही धरती मां भी हम सबका पालन-पोषण करती है. धरती को हरा-भरा बनाना व बंजर होने से बचाना जीवमात्र के कल्याण के लिए जरूरी है. धन्यवाद यापन करते हुए कार्यक्रम संयोजक आदित्य श्रीवास्तव में लोगों से अपील करते हुए कहा कि कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के बिना विकसित भारत का संकल्प अधूरा होगा. इसलिए पर्यावरण की रक्षा के प्रति हर व्यक्ति को दायित्व उठाना होगा. अंत में जिले के सभी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर युद्ध स्तर पर पौधारोपण करने का प्रस्ताव रखा गया जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. इस मौके पर सीता थापा महोत्सव के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह, उमंगा महोत्सव अध्यक्ष संजय सिंह, कोषाध्यक्ष ललन सिंह, परताधाम अध्यक्ष अशोक सिंह, पूर्व पुलिस पदाधिकारी सिंहेश्वर सिंह, पूर्व रेडक्रॉस सचिव मनोज कुमार सिंह, शिक्षक नेता रामभजन सिंह, प्रो राजेंद्र सिंह, शतचंडी महोत्सव अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
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