ओबरा. प्रखंड मुख्यालय के थाना मोड़ के समीप व एनएच 139 के किनारे कचरों का अंबार लगा है, लेकिन उसे हटाने को लेकर न तो जनप्रतिनिधि पहल कर रहे है और न ही प्रशासनिक अधिकारी. स्थिति यह हो गयी है कि उक्त रास्ते से गुजरने वाले लोगों को अपने नाक पर रूमाल रखकर गुजरना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर स्वच्छता अभियान पखवारे की शुरुआत की गयी थी, जिसके तहत स्वच्छता कर्मियों द्वारा साफ-सफाई अभियान चलाया गया था. जिले के वरीय पदाधिकारी भी अभियान में शामिल हुए थे, लेकिन वह सिर्फ कागजों पर ही सीमित रह गया. सड़क के किनारे पसरे कचरे न तो अधिकारियों को दिखा और नहीं स्वच्छता कर्मियों को. स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. प्रत्येक पंचायत को स्वच्छ बनाने की कवायद चल रही है, लेकिन ओबरा इससे अछूता दिख रहा है. एनएच 139 औरंगाबाद से पटना को जोड़ती है. उक्त रास्ते से वरीय अधिकारियों से लेकर सरकार के मंत्री भी गुजरते हैं, लेकिन इसके बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जाना कहीं न कहीं इस अभियान को मुंह चढ़ा रहा है. समाजसेवी विनोद सिंह, जाने-माने चिकित्सक अरविंद शर्मा, इंदल यादव, डॉ आलोक कुमार, दिलीप तिवारी, संतोष गुप्ता, श्रीनिवास शर्मा का कहना है कि दीपावली तथा छठ का महापर्व नजदीक है. इस कारण से लोगों को कोई परेशानी न हो इसको ध्यान में रखते हुए कचरे की साफ-सफाई जल्द से जल्द करायी जाये. इसके साथ-साथ कचरा डंपिंग स्थल चयनित कर कचरा जमा करने की व्यवस्था की जाये. लोगों ने यह भी कहा कि गंदगी के कारण मुहल्ले वासियों को संक्रमित बीमारी होने का आशंका बनी हुई है. मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ चुका है. बीडीओ मो यूनुस सलीम ने बताया कि जल्द ही जमा कचरों को हटाया जायेगा.
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