हसपुरा.
हथिया नक्षत्र में कमजोर बारिश होने से रबी फसल की बुआई पर असर पड़ने के साथ ही धान की फसल पर कीड़ों का प्रकोप बढ़ गया है. इससे किसान काफी परेशान हैं. खेतों में कीड़ा लगने से बचाव के लिए किसान लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं. बताया जाता है कि सबसे अधिक कीड़ा ‘सुपर धान’ की फसल में लगा है. कीड़े धान की जड़ों को काटकर फसल को नष्ट कर रहे हैं, जबकि ऊपर के हिस्से में ‘मधुआ’ नामक कीड़ा डंठल को सूखा दे रहा है.अपने खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर रहे किसान नंदकिशोर सिंह ने बताया कि अगर हथिया नक्षत्र में अच्छी बारिश हो जाती, तो कीड़ा लगने की नौबत नहीं आती. उन्होंने कहा कि सुपर धान जल्दी पकने वाली फसल है, लेकिन बाली निकलने के समय कीड़ा लगने से फसल बर्बाद हो रही है. नंदकिशोर सिंह के अनुसार, सक्षम किसान तो दवा का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन बंटाईदार और मजदूर किसान महंगे कीटनाशक दवाओं के दाम के कारण परेशान हैं. बाजार में दवाइयों के दाम काफी बढ़े हुए हैं, जिससे गरीब किसानों की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

