पुनपुन नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबकर लापता हो गये थे दो युवक नदी में एक युवक का तीन किमी दूर, तो दूसरे का छह किमी दूर मिला शव दो होनहार युवकों की मौत से सदमे में परिजन व ग्रामीण फोटो नंबर-7- मृतक का फाइल फोटो 7ए-पोस्टमार्टम के इंतजार में परिजन प्रतिनिधि, औरंगाबाद/गोह. गोह प्रखंड के देवहरा गांव स्थित पुनपुन नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूब कर लापता दोनों युवकों का शव बरामद कर लिया गया है. वैसे एक युवक का शव घटना के दूसरे दिन यानी गुरुवार को ही ग्रामीणों ने घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर से ढूंढ निकाला था. वहीं, दूसरे युवक का शव घटनास्थल से सात किलोमीटर दूर जखौरा गांव स्थित पुनपुन नदी से बरामद किया गया है. गुरुवार को एसडीआरएफ की टीम भी वहां पहुंची थी तथा शव को ढूंढने का प्रयास कर रही थी. शुक्रवार को ग्रामीणों ने घटना के 36 घंटे बाद सात किलोमीटर दूर पुनपुन नदी से दूसरे युवक का शव बरामद किया है, जिसकी पहचान दधपी गांव निवासी राजेश पाल के 20 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार के रूप में हुई है. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि बुधवार की रात दधपी गांव में स्थापित मां लक्ष्मी की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ग्रामीण देवहरा गांव स्थित पुनपुन नदी लेकर पहुंचे थे. विसर्जन के लिए पांच युवक मूर्ति के साथ नदी में उतर गये. किसी तरह पांचों युवक नदी में डूबने लगे. हालांकि, मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह तीन लोगों को बचा लिया, लेकिन मोनू और धर्मवीर नदी की गहराई में चले गये और कुछ ही क्षण में डूबकर लापता हो गये. काफी देर तक खोजबीन के बाद भी दोनों का पता नहीं चल सका. इसके बाद घटना की सूचना स्थानीय थाना की पुलिस को दी गयी. शुक्रवार की सुबह धर्मवीर का शव बरामद किया गया है. शव मिलने की सूचना पर गोह थाना की पुलिस पहुंची तथा शव को अपने कब्जे में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम के उपरांत शव दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. गोह थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इंजीनियरिंग का छात्र था धर्मवीर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बताया कि धर्मवीर इंजीनियरिंग का छात्र था. वह औरंगाबाद के ही सीतयोग कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता था. दीपावली व छठ पूजा को लेकर अपने घर गया था. धर्मवीर के पिता राजेश पाल चालक हैं. मृतक धर्मवीर अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था. परिवार को उससे काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इस घटना में उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. इस घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है तो गांव में मातम पसरा हुआ है.
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