देव. देव प्रखंड अंतर्गत एरौरा पंचायत के सटवट गांव स्थित शिव मंदिर व हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा सह रुद्र महायज्ञ का आगाज कलश यात्रा के साथ हो गया. सोमवार को गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी. सटवट सहित आसपास क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु इसमें शामिल हुए. 5001 कलश के साथ कलशयात्रा में शामिल कन्याएं व महिलाओं ने भगवान का जयघोष किया. यूं कहे कि सिर पर कलश लिये श्रद्धालु यज्ञ स्थल से जयकारे के बीच पवित्र सूर्यकुंड तालाब पहुंचे, जहां यज्ञाचार्य ने वैदिक विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चारण का संकल्प कराया. इसके बाद जलभरी की रस्म पूरी की गयी. पुन: माथे पर कलश लिये श्रद्धालु यज्ञ मंडप पहुंचे और उसे स्थापित किया. यज्ञाचार्य व उपाचार्य ने सोमवार को मंडप प्रवेश, पंचांग पूजन, संध्या आरती व अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया. यज्ञाचार्य ने बताया कि जहां इस तरह का धार्मिक अनुष्ठान होता है वहां दैवीय तुल्य स्थान हो जाता है. यज्ञ के दौरान भगवान की कृपा श्रद्धालुओं पर बनी रहती है. यज्ञ समिति के बबलू कुमार सिंह ने बताया कि 19 मई से 25 मई तक संध्या बेला में प्रतिदिन कथा वाचिका सत्यार्चा जी रामकथा सुनायेंगी. 23 मई की सुबह मंदिर में शिव परिवार का प्राण प्रतिष्ठा होगा. पुण्य स्वामी श्री सीताराम शरण जी 20 मई से 25 मई तक प्रतिदिन शाम सात से आठ बजे तक श्रद्धालुओं ऊपर अमृत रूपी प्रवचन की वर्षा करेंगे. स्वामी सत्यप्रकाश जी भी कथावाचक के तौर पर मौजूद रहेंगे. 22 मई को निरंजनी अखाड़ा पीठ के पीठाधीश्वर पुज्य स्वामी श्री कैलाशानन्द गिरि जी आठ बजे से 10 बजे तक भगवान की महिमा का बखान करेंगे. 23 एवं 24 मई को पुज्य ऋतंभरा जी का प्रवचन होगा. 25 मई को जुनागढ़ अखाडा पीठ के स्वामी अखिलेश्वर दास जी भी कथा सुनायेंगे. इसके अलावे 20 मई से 25 मई तक प्रतिदिन सुबह सुन्दरकांड का पाठ होगा.
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