अंबा. ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति को लेकर सरकार द्वारा सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना का क्रियान्वयन किया गया है. इस योजना के तहत सभी पंचायतों के घर-घर तक पाइपलाइन के तहत पेयजल की आपूर्ति करने का दावा किया गया है. प्रशासनिक दावे के अनुसार सभी वार्डों में नल जल योजना का क्रियान्वयन कर दिया गया है, परंतु आज भी कई गांव ऐसे हें जहां नल जल के तहत पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा रही है. कई गांव तो ऐसे हैं, जहां योजना का क्रियान्वयन शुरू तो किया गया, परंतु पंचायत के सभी घरों तक पानी नहीं पहुंच सका. कई ऐसे भी गांव हैं जहां सभी घरों तक पेयजल आपूर्ति शुरू की गयी, परंतु पाइप के फट जाने, पानी की टंकी डैमेज हो जाने, सबमर्सिबल खराब हो जाने के कारण पेयजल की आपूर्ति बाधित हो गयी.
उदाहरण स्वरूप सुही पंचायत के ओरडीह गांव में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था देखी जा सकती है. तकरीबन डेढ़ सौ घरों की इस बस्ती में लगभग 50 घरों में पानी की सप्लाई की जा रही है. जबकि, 100 से अधिक घरों में पेयजल आपूर्ति बाधित है. गांव के धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि पूरे गांव में पेयजल आपूर्ति को लेकर दो जगह पर पानी की टंकी लगी थी. एक टंकी ओरडिह खेल मैदान में व दूसरी टंकी राम गति पासवान के घर के पास लगी. कई महीनों से खेल मैदान के समीप लगी पानी की टंकी तेज हवा में टूट गयी व सबमर्सिबल चोरी हो गया. इसके बाद इससे जुड़े घरों में पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि इसके लिए कई बार विभाग के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया, परंतु उनका सुनने वाला कोई नहीं है.इनके घरों तक नहीं पहुंच रहा पानी
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चंद्रदीप पासवान, रामचंद्र पासवान, धनंजय सिंह, गोपाल सिंह, समेरिका पासवान, रामवतार सिंह, भोला सिंह, विनय सिंह, लालता सिंह, परीखा यादव, मनोज कुमार सिंह, सीताराम मेहता, इंदल पासवान, धर्मेंद्र पासवान आदि के घरों तक पेयजल आपूर्ति बाधित है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सुधीर पासवान द्वारा सबमरसिबल लगाया गया है, जिससे आसपास के कई घरों के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई माह से टंकी फट जाने के कारण पानी की सप्लाई बंद है. इधर, गर्मी आने से पेयजल की समस्या काफी गंभीर होती जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि इसके लिए कई बार विभाग के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया परंतु अब तक समाधान नहीं किया जा सका. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में भूजल स्तर तकरीबन 150 फुट से नीचे चला गया है. अधिकतर जगहों पर बोरिंग कराये जाने पर नीचे पहाड़ मिलता है. ऐसी स्थिति में हर लोग अपने घर में मोटर लगवाने में सक्षम नहीं है.विशेष कैंप पूरी तरह नहीं हो रहा कारगर
सरकारी योजनाओं का लाभ सभी जरूरतमंद को पहुंचे. इसके लिए गांव-गांव में कैंप भी लगाये जा रहे हैं. खासकर अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोगों को योजना क लाभ दिए जाने पर जोड़ दी जा रही है. अनुसूचित जाति जनजाति के गांव एवं टोला में कैंप लगाकर 22 विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों द्वारा समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है. ओरडिह गांव में भी अनुसूचित जाति वर्ग के लोग रहते हैं, जिनके घरों तक पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है. ऐसे में लोग गंभीर रूप से परेशान हैं.
क्या कहते हैं अधिकारीओरडिह गांव में नल जल से पेयजल आपूर्ति बाधित होने से संबंधित उन्हें अब तक जानकारी नहीं मिली है. यदि गांव में पेयजल आपूर्ति नहीं की जा रही है, तो उसे ठीक कराकर आपूर्ति शुरू करा दी जायेगी. हर गांव में नल जल की आपूर्ति को लेकर विभाग तत्पर है.शमी अख्तर, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी
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