औरंगाबाद/बारुण. बारुण प्रखंड के नरारी कलां खुर्द थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव में पटना मुख्य कैनाल नहर में डूबने से दो किशोरों की मौत हो गयी. दोनों किशोर आपस में दोस्त व इसी गांव के रहनेवाले थे. इसमें बृजमोहन सिंह के 15 वर्षीय पुत्र रॉकी कुमार व मुन्ना कुमार के 11 वर्षीय पुत्र अनमोल कुमार शामिल है. यह घटना बुधवार शाम की ही है. हालांकि, गुरुवार की सुबह में दोनों किशोरों के शव नहर से बरामद हुए. घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर बारुण थाने के बरुआ पुल स्थित नहर से रॉकी का शव मिला, तो 30 किलोमीटर दूर मुफस्सिल थाने के भरथौली गांव स्थित बड़की नहर से अनमोल का शव मिला है. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि बुधवार की शाम करीब चार बजे रॉकी व अनमोल घर से साइकिल से मेंह पुल की तरफ कुछ सामान खरीदने गये थे. जब देर रात तक दोनों घर नहीं लौटे तो परिजन खोजबीन करने निकल गये. इसी दौरान गांव से करीब एक किलोमीटर दूर पटना मुख्य कैनाल पर एक साईकिल पर आलू, चीनी व जामुन रखा मिला. दोनों किशोरों का चप्पल भी नहर किनारे ही दिखा, तो सामान और चप्पल से अंदाजा लगाया गया कि दोनों दुकान से सामान की खरीद कर आ रहे थे, लेकिन अपने घर नही जाकर जामुन खाने के लिए नहर पर चले गये होंगे. जामुन खाने के बाद अथवा शौच करने के बाद दोनों पटना मुख्य कैनाल नहर में हाथ धोने के लिए उतरे होंगे. या किसी तरह वे नहर में गिर गये होंगे. नहर में पानी अधिक होने के कारण दोनों डूब गये. इन दिनों धान के बिचड़े व खेत की नमी को लेकर नहर में पानी छोड़ा गया है. पानी की तीव्रता अधिक होने के कारण दोनों तेज धार में बहकर लापता हो गये. इधर, जैसे ही दोनों किशोर की मौत की सूचना जैसे ही गांव में फैली वैसे शोक की लहर दौड़ पड़ी.
पानी राेकने के बाद रात भर होती रही खोजबीन
किशोरों के डूबने की जानकारी मिलने के बाद इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी. नरारीकलां खुर्द थानाध्यक्ष राकेश कुमार व बारुण सीओ मंजेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और जांच ताल की. काफी खोजबीन के बाद जब शव का पता नहीं चला तो पटना मुख्य कैनाल नहर के पानी को कम करने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी से बात की, ताकि शव को खोजने में परेशानी न हो. इसके बाद नहर के पानी को कम किया गया और खोजबीन तेज कर दी गयी. परिजनों ने पूरी रात खोजबीन की, लेकिन कही भी कोई पता नही चल सका. गुरुवार की सुबह घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर बारुण थाने के बरुआ पुल के पास से रॉकी का शव बरामद किया गया. वहीं 30 किलोमीटर दूर मुफस्सिल थाने के भरथौली गांव के समीप बड़की नहर से अनमोल का शव बरामद हुआ.मुख्य कैनाल में सुरक्षा के नहीं किये गये है कोई उपाय
धमनी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि पटना मुख्य कैनाल में नहर के किनारे जो गांव बसें है उसमें मवेशियों व व्यक्तियों को गिरने की संभावना हमेशा बनी रहती हैं, क्योंकि नहर को जिस तरीके से बनाया गया है उसमें न तो सीढ़ी है न ही सीकड़ लगाया गया है. अगर ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति नहर में डूबता है, तो वह सीढ़ी अथवा सीकड़ के सहारे बाहर निकल सकता है. नहर का नवीनीकरण तो किया जा रहा है, लेकिन मानव को बचाने के लिए किसी प्रकार का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है. मरनेवाले दोनों किशोर अत्यंत गरीब परिवार से आते हैं. उन्होंने दोनों पीड़ित परिजनों को सरकार से 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिये जाने की मांग की है.रॉकी सातवीं व अनमोल तीसरी कक्षा का था छात्र
परिजनों ने बताया कि रॉकी दो भाइयों में छोटा था. उसकी चार बहने है व अनमोल दो भाइयों में बड़ा था. दोनों के पिता गांव पर ही रहकर खेतीबाड़ी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते है. रॉकी सातवीं कक्षा का छात्र था तो अनमोल तीसरी का छात्र था. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में मातम पसरा है. नरारी कला खुर्द थानाध्यक्ष ने बताया कि पटना मुख्य कैनाल में डूबने से दो किशोर की मौत हुई है. गुरुवार की सुबह शव बरामद कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी गयी और फिर परिजनों को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया गया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

