दाउदनगर. नगर पर्षद दाउदनगर में एजेंसी के माध्यम से कार्य कर रहे दर्जनों सफाई कर्मी लगभग एक सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इसके कारण शहर में सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. सफाई कर्मियों की हड़ताल को समाप्त कराने के लिए नगर पर्षद स्तर पर कोई सकारात्मक पहल नहीं देखी जा रही है. स्थिति यह है कि कुछ जनप्रतिनिधि से लेकर कुछ नप कर्मी तक इस मामले पर कुछ बोलने से बच रहे हैं. लेकिन इतना तय है कि सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित है. आजाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष टुल्लू रावत के नेतृत्व में 21 मई को सफाई कर्मियों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया था. सफाई कर्मियों का आरोप है कि धरना-प्रदर्शन में भाग लेने के कारण 22 मई को चार सुपरवाइजरों द्वारा कथित तौर पर अभद्र व्यवहार किया गया. इसके बाद इन सफाई कर्मियों ने कार्य पर जाने से इनकार कर दिया और उसके बाद से अब तक हड़ताल पर हैं. अब तक कोई भी अधिकारी उनकी मांगों को सुनने के लिए आगे नहीं आया है. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अब और सहन नहीं करेंगे. यूनियन के अध्यक्ष टुल्लू रावत ने कहा कि प्रशासन द्वारा अगर जल्द कोई समाधान नहीं निकाला गया तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे. एक मई को नगर पर्षद दाउदनगर के कार्यपालक पदाधिकारी और एजेंसी के संवेदक का पुतला दहन किया जायेगा. जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा. श्री रावत ने बताया कि लगभग 50 से 55 सफाई कर्मी हड़ताल पर हैं. हड़ताल को समाप्त कराने की दिशा में कोई सकारात्मक पहल अभी तक नप द्वारा नहीं की गयी है. इस संबंध में इओ ऋषिकेश अवस्थी ने बताया कि कुछ सफाई कर्मियों को छोड़कर सभी सफाई कर्मी काम पर वापस आ गये हैं.
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