औरंगाबाद/कुटुंबा. भगवान सूर्य ने मेष राशि में प्रवेश करने के साथ हीं अपना तेवर बदल दिया हैं. मौसम का मिजाज लगातार गर्म होता जा रहा है. इधर, दो दिनो सें भीषण गर्मी पड़ रही है. प्रकृति की क्रूरतम निगाहें आम जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है. आसमान से अंगारे बरस रहे हैं. चिलचिलाती धूप में लोग खुले आसमान के तले बाहर निगलने में सहम जा रहे है. मौसम का तापमान तेजी से बढ़ता जा रहा है. प्रायः नौ बजे के बाद लोग धूप सहन नहीं कर पा रहे हैं. दोपहर में सड़क से लेकर बाजारों में सन्नाटा पसर जा रहा है. सूर्य की तपन हर तरफ अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. प्रचंड गर्मी से मानव ही नहीं बल्कि जीव जंतु भी गंभीर रूप से परेशान दिख रहे हैं. मौसम के तापमान बढ़ने से नदी नाले सुख गये हैं. मनरेगा से खुदाई की गई पोखरा आदि जलाशय खुद पानी के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में जैव विविधताओं के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है. पानी की तलाश में हिरण, नीलगाय, बंदर, हनुमान, लकड़बग्घा आदि वन प्राणी जंगल छोड़कर मैदानी क्षेत्रों में चले आ रहे है. मौसम के प्रभाव से स्थिति काफी भयावह होती चली जा रही है.
किसान खुले मैदान में कर रहे काम
ऐसे तो हीटवेव लू के प्रभाव से आम लोग चितिंत हैं, पर सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों और किसानों को हो रही है. किसान की बात करें तो जहां अन्य लोग अपने आप को लू से बचाव करने के लिए घरों में दुबके हैं. वहीं, किसान व मजदूर खुले आसमान तले खेत खलिहान में काम करने को विवस है. विपरीत मौसम में खेतिहर अपनी उपज संजोने में तो पशुपालक पशुओं के लिए चार सहेजने में जुटे हुए है. इधर, सब्जी उत्पादक खेत में लगी फसल का पटवन सुबह कर रहे हैं, तो शाम को खेत सूख जा रहा है. उन्हें अपनी फसल को बचाने की चिंता सता रही है. इसका असर उनके सेहत पर भी पड़ रहा है. मालूम हो कि सबसे अधिक परेशानी दक्षिणी क्षेत्र के किसानों को है. झारखंड के बॉर्डर एरिया पहाड़ की तलहटी में अवस्थित गावों में भूजल स्तर खिसकने से पेयजल संकट गहरा गया है. करमडीह गांव के शशिभूषण कुमार पांडेय व झखरी के मनीष कुमार सिंह ने बताया कि पीएचईडी विभाग के तहत लगाये गये चापाकल बेकार साबित हो रहे है. कुएं सुख गये है. पानी की खपत अधिक होने से सरकार का नल जल योजना भी कारगर साबित नहीं हो रहा है.
स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी
पारा बढ़ने से 10 बजने के बाद लोग घरों में दुबक जा रहे है, वहां सरकारी स्कूल पूर्वाह्न साढ़े छह बजे से लेकर 12: 30 बजे तक संचालित किये जा रहे है. यह बच्चों के लिए अत्यंत घातक साबित हो सकता है. विभाग के इस फरमान से बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक गंभीर रूप से परेशान दिख रहे है. अभिभावकों का कहना है कि सुबह छह बजे से बच्चों को स्कूल भेजने के लिए 4:30 बजे से जगना पड़ता हैं व बच्चों को भी जागना पड़ता है. वहीं दोपहर में घर आने में धूप से बच्चों का चेहरा मुरझा जा रहा है. गर्मी से कई बच्चों की तबीयत भी बिगड़ जा रही है. मुड़िला गांव निवासी अधिवक्ता अरुण कुमार पांडेय व कुटुंबा के सत्येंद्र नारायण दुबे का कहना है कि हीटवेव का देखते हुए जिला प्रशासन को विद्यालय 11 बजे तक हीं संचालित करने का आदेश जारी करना चाहिए. विदित हो कि जिले में कई ऐसे हाईस्कूल हैं, जहां नाइंथ टेंथ वर्ग के बच्चों को पढ़ने जाने के लिए तीन से चार किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है. चिलचिलाती धूप के दौरान आवागमन करने में उन्हें काफी दिक्कत हो रही है.सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़
बढ़ती गर्मी, तेज धूप और लू का असर आम लोगों पर दिखने लगा है. मंगलवार को सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ नजर आयी. कै-दस्त, बुखार व लू के शिकार दर्जनों मरीज इलाज कराने पहुंचे थे. हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें एहतियात बरतने की सलाह दी है.क्या है चिकित्सक का सुझाव
रेफरल अस्पताल कुटुंबा के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आकांक्षा सिंह ने बताया कि गर्मी बढ़ने से मनुष्य के शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा पानी या तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए. एसी या कूलर में बैठने के बाद तुरंत खुले आसमान के नीचे धूप में न जाएं. धूप में निकलने से पहले सर पर कपड़ा रखें. अगर धूप में चलकर आ रहे हैं, तो घर पहुंचने पर नॉर्मल पानी पीने का प्रयास करें. तुरंत फ्रीज का पानी पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. अगर किसी व्यक्ति को लू असर महसूस हो रहा हो तो ओआरएस को घोल पिएं. तबीयत खराब होने पर अविलंब नजदीक के अस्पताल में पहुंच कर उपचार कराएं. ऐसे मौसम में अपने आप को लू से बचाव करने की जरूरत है.क्या जानकारी देते है मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया कि औरंगाबाद के विभिन्न क्षेत्रो में जिले में हीटवेव का अलर्ट जारी है. बुधवार से प्रचंड लू चलेगी. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, औरंगाबाद समेत दक्षिणी बिहार के विभिन्न जिले अरवल, गया, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर और जहानाबाद जिले के कई हिस्सो में तापमान अगले दो दिनों के अंदर 42 से 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है. साथ ही आर्द्रता 10 से 20 प्रतिशत रहने के कारण हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी. 23 अप्रैल को उष्ण लहर और उष्ण रात्रि का येलो जारी किया गया है. 24 ,25 व 26 अप्रैल को भीषण उष्ण लहर (लू) का ऑरेंज अलर्ट और उष्ण रात्रि का येलो जारी किया गया है.उन्होंने बताया कि 27 अप्रैल से मौसम में बदलाव होने के कारण तापमान में मामूली कमी आ सकती है. उन्होंने बताया कि ऐसे मौसम वेवजह घर से बाहर न निकलें. पशुपालक अपने पशुओं के प्रति एतिहायत बरतें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

