दाउदनगर. मई महीने में दाउदनगर क्षेत्र के लोगों को बिजली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हो सकती है. दाउदनगर के चमन बिगहा में नवनिर्मित 132/33 केवीए का बिजली पावर ग्रिड चालू हो सकता है. ग्रिड का काम लगभग 90 प्रतिशत हो चुका है. कंट्रोल रूम, स्विच यार्ड आदि का काम हो चुका है. 50-50 एमवीए के दो ट्रांसफाॅर्मर लग चुके हैं. तार खींचने का काम भी जोर-शोर से चल रहा है. ट्रांसमिशन ग्रिड से 132 केवीए के नयी लाइन का तार और इस पावर ग्रिड से पीएसएस तक 33 हजार का तार खींचने का कार्य अंतिम चरण में है. सूत्रों से पता चला कि लगभग 45 करोड़ रुपये की लागत से दाउदनगर के चमन बिगहा में पावर ग्रिड का निर्माण बिहार पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है. विभागीय पदाधिकारियों का कहना है कि अप्रैल के अंतिम तक कार्य को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसी उम्मीद है कि अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में इसे चालू करा दिया जाये. वैसे, सड़क निर्माण, आवासीय बिल्डिंग का निर्माण व एइ और जेइ के आवास का निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है. साइड इंचार्ज ललित मोहन ने बताया कि एक असिस्टेंट इंजीनियर, एक जूनियर इंजीनियर और 13 ऑपरेटर इस पावर ग्रिड में कार्य करेंगे, जिनके लिए आवास बनाया जा रहा है. पावर ट्रांसफाॅर्मर के टेस्टिंग का काम हो चुका है. यहां से सात फीडर निकलेंगे. पता चला कि सोन नगर (बारुण) और चंदौती से 132 केवीए का तार डबल सर्किट में खींचा जा रहा है. तार खींचने का काम भी लगभग अंतिम चरण में पहुंच चुका है.
छह पीएसएस को मिलेगी बिजली
इस पावर ग्रिड से दाउदनगर अनुमंडल के दाउदनगर, चौरम, हिच्छन बिगहा, डिहरा, ओबरा व खुदवां पीएसएस को बिजली आपूर्ति होगी. संबंधित पीएसएस तक ग्रिड से 33 हजार लाइन का तार खींचने का काम भी जोर-शोर से किया जा रहा है. ओबरा के लिए खास बात यह रहेगी कि वहां से पहले की तरह औरंगाबाद ग्रिड से बिजली सप्लाई जारी रहेगी और दाउदनगर ग्रिड से भी ओबरा को लाइन मिलेगी. इस ग्रिड के चालू होने से पीएसएस से जुड़े लगभग डेढ़ लाख से भी अधिक आबादी सीधे तौर पर लाभान्वित होगी.
निर्बाध तरीके से हो सकेगी बिजली आपूर्ति
दाउदनगर में पावर ग्रिड चालू हो जाने के बाद बिजली संचरण की व्यवस्था सही होगी. वैसे दाउदनगर में बारुण व औरंगाबाद ग्रिड से बिजली आपूर्ति होती है. किसी प्रकार की तकनीकी खराबी आ जाने के बाद आपूर्ति बाधित हो जाती है. ब्रेकडाउन की समस्या होते रहती है. हाल ही में ब्रेकडाउन के कारण 24 घंटे से भी अधिक समय तक बिजली आपूर्ति बाधित थी. वैसे भी जिला मुख्यालय में एक, बारुण में दो, गोह में एक व रफीगंज में एक-एक पावर ग्रिड है, जिससे जिले के विभिन्न पावर सब स्टेशनों में बिजली आपूर्ति की जाती है. नवीनगर में भी पावर ग्रिड बनकर तैयार है. उसे चार्ज भी किया जा चुका है.क्या कहते हैं सहायक अभियंता
औरंगाबाद के बिजली विभाग के सहायक अभियंता (संचरण) संजीत कुमार ने बताया कि कमिश्निंग और टेस्टिंग का कार्य सफल रहा है. सोननगर (बारुण) और चंदौती से 132 केवीए का लाइन खींचा जा रहा है. यहां से छह पीएसएस को बिजली आपूर्ति की जायेगी. मई महीने से बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जायेगी.क्या कहते हैं कार्यपालक विद्युत अभियंता
औरंगाबाद के कार्यपालक विद्युत अभियंता (संचरण) मृत्युंजय कुमार ने बताया कि पावर ग्रिड से बिजली आपूर्ति चालू कराने की तैयारी लगभग पूरी हो गयी है. अप्रैल के अंत तक आपूर्ति बहाल करने का लक्ष्य है. अगर किसी कारणवश थोड़ा-बहुत विलंब हुआ तो मई महीने की शुरुआत में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी.
क्या कहते हैं सप्लाई के कार्यपालक अभियंता
दाउदनगर के कार्यपालक विद्युत अभियंता (सप्लाई) मो मुख्तार आलम ने बताया कि चालू कराने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. इस महीने के अंत तक चार्ज होने की पूरी उम्मीद है. पावर ग्रिड से मई महीने से बिजली आपूर्ति चालू हो जायेगी. यह दाउदनगर क्षेत्र के लोगों के लिए खुशखबरी है. अभी पिक सीजन यानी समर सीजन आने वाला है. इस सीजन में पावर की बहुत किल्लत हो जाती है. ब्रेकडाउन होने पर रिस्टोर करने में घंटों लग जाते हैं. पावर ग्रिड चालू होने के बाद यह सुविधा होगी कि अगर कहीं से ब्रेकडाउन होगा, तो तुरंत यह दिखवा लिया जायेगा कि कहां से तकनीकी खराबी है और उसे तुरंत ठीक करा दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है