औरंगाबाद कार्यालय.
नवीनगर में ग्रामीण चिकित्सक की हत्या में गिरफ्तार आरोपित की पुलिस हिरासत में मौत होने का मामला विधान परिषद में उठा. औरंगाबाद के विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह ने हिरासत में मौत मामले की जांच कर कार्रवाई करने के लिए सभापति का ध्यान आकृष्ट कराया. ज्ञात हो कि नवीनगर प्रखंड के लक्ष्मीपुर गांव के प्रमोद साव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उस पर ग्रामीण चिकित्सक की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा था. सोमवार को पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गयी. घटना से गुस्साये परिजनों ने समाहरणालय में हंगामा किया था. पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया था. परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी मारपीट करने की बात कही गयी थी. इधर, विधान पार्षद ने विधान परिषद में शून्य काल के दौरान प्रमोद साव को पुलिस द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार की भी बेरहमी से पिटाई की गयी. अन्य परिजनों को छोड़ दिया गया, लेकिन प्रमोद साव को गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी मौत होने के बाद परिजनों को भी सूचना नहीं दी गयी और आनन-फानन में पोस्टमार्टम कराया गया. मृतक के ऊपर किसी भी थाना में कोई मामला दर्ज नहीं था. इस मामले की राज्यस्तरीय टीम बनाकर जांच करायी जाये व दोषी पुलिस कर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज हो. पीड़ित परिवार को सरकार मुआवजा दे. विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सरकार इस मामले का संज्ञान ले और चलते सत्र में सरकार इसका जवाब दें.नवीनगर थानाध्यक्ष लाइन हाजिर, सर्किल इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी
औरंगाबाद कार्यालय. हत्या के मामले में गिरफ्तार प्रमोद साव की पुलिस हिरासत में हुई मौत मामले में नवीनगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडे को लाइन हाजिर किया गया है. सर्किल इंस्पेक्टर को थानाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गयी है. एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि पुलिस हिरासत में मौत मामले की जांच के लिए जांच टीम बनायी गयी है. लापरवाही के आरोप में नवीनगर थानाध्यक्ष को लाइन क्लोज किया गया है. सर्किल इंस्पेक्टर को थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है. एसपी ने बताया कि मामला गंभीर है और इसकी जांच करायी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है